Vaccination

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    पुणे. टीकाकरण (Vaccination) को सरकार द्वारा नए निर्देश जारी किए गए है, लेकिन इससे टीकाकरण में तेजी आने के बजाय इससे नागरिक परेशान होते हुए नजर आ रहे है क्योंकि सरकार ने 18-44 उम्र के लोगों का टीकाकरण बंद (Close) किया है। साथ ही ऑनलाइन पंजीयन (Online Registration) की सीमा भी 60% कर दी गई है। दो डोस का अंतर 84 दिन किया गया है। ऐसे कारणों से अब टीकाकरण केन्द्रों पर टीका शेष बच रही है। 

    उल्लेखनीय है कि केंद्रो पर टीका होने के बावजूद कतार में खड़े नागरिकों को वापस जाना पड़ रहा है। इससे नागरिक परेशान है। इस वजह से इसमें बदलाव करने की मांग की जा रही है। 

    18-44 उम्र का टीकाकरण किया है बंद 

    गौरतलब है कि कोरोना की लड़ाई में टीकाकरण ही सबसे बड़ा हथियार है, लेकिन इस टीकाकरण में तेजी आती हुई नहीं दिख रही है। केंद्र सरकार द्वारा बार-बार नियम बदले जा रहे हैं। जिसके चलते नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही देश में 18 उम्र से अधिक के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू किया गया था, लेकिन पर्याप्त टीका ना होने के कारण सभी को टीका नहीं मिल पाई। सरकार ने फिर नियम में बदलाव किया। अब 18-44 उम्र के लोगों का टीकाकरण बंद किया गया है। साथ कोविशिल्ङ टीका का दो डोस का अंतर 45 दिन से बढ़ाकर 84 दिन किया गया है। साथ ही टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीयन की सीमा 60% कर दी गई है। 20% ऑन द स्पॉट टीकाकरण के लिए रखा गया है। इससे ज्यादा लोग टीका नहीं ले पा रहे है। 

    नियोजन के अभाव से परेशानी 

    सरकार के इस नई शर्तों से टीकाकरण केन्द्रों पर की टीका शेष बच रही है। कतार में खड़े नागरिक शर्तों के चलते इसका लाभ नहीं उठा पा रहे है। एक केंद्र पर 100 डोस यानी 10 वाइल्स दी जाती है, लेकिन इसमें से 20% टीका शेष बच रही है। नतीजा टीकाकरण धीमा हो रहा है। एक तरफ कोरोना को हराने टीकाकरण पर जोर देने के लिए कहा जाता है तो दूसरी ओर टीकाकरण में नियोजन का अभाव नजर आ रहा है। इससे नागरिकों के साथ प्रशासन भी परेशान है, लेकिन निर्देश के चलते उनके हाथ बंधे हुए हैं। इस वजह से इसमें बदलाव लाने की मांग की जा रही है। 

    शर्तों के चलते टीका शेष बच रही है, लेकिन सरकार के निर्देश का हम पालन करते है। जैसे सरकार की गाइडलाइन आएगी, हम उसमें बदलाव करेंगे।

    -ड़ॉ सूर्यकांत देवकर, टीकाकरण अधिकारी, पुणे, मनपा

    टीकाकरण को लेकर किया नियोजन पूरी तरह से गलत है। इसमें नागरिकों को परेशानी हो रही है। हमारी मांग है कि ऑनलाइन पंजीयन बंद कर देना चाहिए। सभी उम्र के नागरिकों को वॉक इन टीकाकरण देना चाहिए। उसके लिए समय का नियोजन कर टीकाकरण करना चाहिए।

    -हेमंत बागुल, अध्यक्ष, आधार सेवा केंद्र