Sunil Indalkar

Loading

पुणे. पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) क्षेत्र में 23 गांवों को शामिल करने वाला अध्यादेश राज्य सरकार (State Government) द्वारा जारी किया गया है। जिसने पिछले कुछ दिनों से चल रही प्रक्रिया पर अंतिम मुहर लगाई है। नए गांवों (New Villages) को शामिल करने के साथ पुणे  महानगरपालिका क्षेत्र (Pune Municipal Corporation Area) के मामले में मुंबई (Mumbai) को पीछे छोड़ते हुए राज्य का सबसे बड़ा महानगरपालिका बन गया है क्योंकि अब क्षेत्रफल 485 वर्ग किमी हो गया है। मुंबई का 430 वर्ग किमी है।

इस बीच, अब पीएमसी (PMC) की सीमा बढ़ने से काम का बोझ भी बढ़ जाएगा। नतीजा महानगरपालिका को महापालिका को अतिरिक्त कर्मियों की आवश्यकता महसूस हो रही है। इस वजह अतिरिक्त कर्मियों के बारे में सभी जानकारी देने के निर्देश पीएमसी उपायुक्त सुनील इंदलकर (Sunil Indalkar) ने सभी विभागों से दिए है। 

485 वर्ग किमी हुआ क्षेत्र 

महानगरपालिका में जब 11 गांवों का समावेश हुआ था तब पीएमसी का क्षेत्र 331 वर्ग किलोमीटर था। 23 नए गांवों के जुड़ने से यह क्षेत्र 485 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा। इसलिए पुणे, मुंबई को छोड़कर आकार के मामले में राज्य का सबसे बड़ा महानगरपालिका बनने जा रहा है। 23 गांवों को शामिल करने से पीएमसी की सीमा में लगभग साढ़े पांच लाख आबादी आ जाएगी। विगत कई दिनों से गांव लेने को लेकर सिर्फ चर्चा हो रही थी, लेकिन आखिरकार इस पर अंतिम मुहर लग गई है। ऐसे अब पीएमसी सीमा 34 गांव समाविष्ट हो चुके हैं। 

पद, वेतन से लेकर मांगी सभी जानकारी 

पीएमसी का क्षेत्र बढ़ने से अब महानगरपालिका के काम का बोझ भी बढ़ जाएगा। पहले से ही कम कर्मियों में पीएमसी काम कर रही है। ऐसे में ज्यादा गांव आने से अतिरिक्त कर्मियों की आवश्यकता होगी। इसको देखते हुए पीएमसी ने पहले से ही नियोजन करना शुरू किया है। उपायुक्त सुनील इंदलकर ने इसको लेकर सभी विभागों से जानकारी मांगी है। इसमें कितने पदों की आवश्यकता होगी, पद, उसकी वेतनश्रेणी, पदों के लिए आवश्यक शैक्षिक पात्रता, उसके लिए आनेवाला खर्चा, इन सभी का समावेश है। 20 जनवरी तक यह जानकारी देने के निर्देश इंदलकर द्वारा दिए गए है।