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पिंपरी. लॉकडाउन के पांचवें चरण की शुरुआत के साथ ‘अनलॉक 1’ की शुरुआत हो गई है. तकरीबन सभी यह मान चुके हैं कि अब कोरोना वायरस के साथ जीने की आदत डालनी होगी. केंद्र और राज्य सरकारों ने जनजीवन पूर्वपद पर लाने के लिए कई सहूलियतें घोषित की है. इसमें करीबन 2 माह से बंद पड़े उद्योग व्यवसाय पुनः शुरू करने की शर्तिया छूट भी शामिल है. इसके चलते पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ के औद्योगिक क्षेत्र में कारखानों में मशीनों की घर-घर शुरू हो गई है.

चौथे चरण में ही शुरू हो गया था काम

पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहर व जिले को ऑटोमोबाइल हब के रूप में पहचाना जाता है. लॉकडाउन के चौथे चरण के समापन तक औद्योगिक क्षेत्रों में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज का कामकाज शुरू हो गया है. टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो के बाद वाहन उत्पादक कंपनी स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया ने अपने पुणे संयंत्र में कामकाज फिर शुरू कर दिया है. कंपनी में स्थानीय प्रशासन से अनिवार्य अनुमतियां लेने और सरकार के तय दिशानिर्देशों के मुताबिक काम शुरू किया गया है.

सुरक्षित आरंभ सूची जारी

कंपनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने अपने औरंगाबाद संयंत्र में 21 मई को कामकाज फिर शुरू कर दिया था. स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने केंद्र, राज्य और स्थानीय प्रशासन के नियमानुसार एक पाली में कामकाज फिर शुरू कर दिया है. कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए एक 60 सूत्रीय ‘सुरक्षित आरंभ’ सूची जारी की है. इसके चिकित्सकों के सहयोग से तैयार किया गया है. वोक्सवैगन के साथ ही पिंपरी-चिंचवड़ और पुणे जिले में कई ऑटोमोबाइल कंपनियों ने कामकाज की शुरुआत हो गई है. हालांकि बड़े पैमाने पर मजदूरों के पलायन से औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों की कमी खल रही है.