हिन्दू धर्म (Hindu religion) में माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) का विशेष महत्त्व रहता है। यह हर वर्ष माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन स्नान, जप और तप का बहुत महत्व होता है। वहीं ऐसी मान्यता है कि इस दिन ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, साथ ही घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है, लेकिन कई बार लोग पूजा विधि में कई सारी गलतियाँ भी करते हैं। तो ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कि आपको किन चीज़ों का ध्यान रखना आवश्यक है…
क्या न करें-
- माघ पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र धारण भूलकर भी ना करें।
- गरीब और जरूरतमंदों को दान करना भिल्कुल न भूलें।
- इस दिन मांस-मदिरा का सेवन करने से बचें।
- माघ पूर्णिमा के दिन देर तक सोना नहीं चाहिए।
- माघ पूर्णिमा के दिन सफाई पर ज़्यादा ध्यान दें। गंदगी से नकारात्मक ऊर्जा आती है।
- इस दिन किसी की भी निंदा न करें।
- इस दिन बाल, नाखून या शेविंग आदि भूल कर भी न करें।
- माघ पूर्णिमा के दिन बुजुर्गों का अपमान बिलकुल न करें, ऐसा करने से पितरों के क्रोध का सामना करना पड़ेगा।
स्नान, दान और पूजा का महत्व-
माघ पूर्णिमा के दिन स्नान, दान और पूजा का बहुत महत्त्व है। पौराणिक मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा पर प्रात: काल स्नान करने से रोगों का नाश होता है। जबकि दान करने से व्यक्ति के जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। वहीं इस दिन की जाने वाली पूजा से देवताओं का विशेष आर्शीवाद प्राप्त होता है। साथ ही यह सब करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।