sarswati pooja
बसंत पंचमी 2024 (फाइल फोटो)

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    हर वर्ष माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है जो इस साल 16 फरवरी पड़ रहा है। मान्यता के अनुसार, देवी मां सरस्वती का प्राकट्य इसी दिन हुआ था। इसलिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार, बसंत पंचमी के शुभ दिन पर भूलकर भी कुछ चीजों को नहीं करना चाहिए। चलिए हम आपको बताते हैं इन बातों के बारे में-

    रंग-बिरंगे कपड़े पहनने से बचे: 

    पीले रंग के वस्त्र मां सरस्वती को प्रिय अति प्रिय हैं। इसलिए इस दिन विद्या की देवी को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें। साथ ही रंग-बिरंगे कपड़े पहनने से भी बचे और पीले रंग के वस्त्र धारण करें। 

    न काटें पेड़-पौधे:

    मान्यता है की पेड़-पौधों में भी भगवान बसते हैं इसलिए बसंत पंचमी के दिन गलती से भी किसी पेड़-पौधे को नहीं काटना चाहिए। यह पर्व प्रकृति में परिवर्तन का संकेत माना जाता है। इस दिन प्रकृति में बसंत ऋतु का आगमन होता है।

    नहाए बिना नहीं खाएं खाना: 

    बसंत पंचमी के दिन उपवास रखना अच्छा माना जाता हैं। अगर आप व्रत नहीं कर सकते है तो आप बिना नहाए भोजन न करें। धार्मिक दृष्टि से बसंत पंचमी का पर्व बेहद ही महत्व है। यह पर्व ज्ञान और सुरों की देवी मां सरस्वती को समर्पित है।

    किसी के लिए गलत न सोचें:

    आपकी सोच का प्रभाव आपके जीवन पर भी पड़ता हैं। बसंत पंचमी के दिन किसी को अपशब्द नहीं बोलना चाहिए। न किसी के प्रति जलन की भावना मन में लाए।