Chhath Puja 2023
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-सीमा कुमारी   

स्वच्छता और सात्विकता का महापर्व छठ पर्व का आरंभ 18 नवंबर बुधवार से शुरू हो रही है जो 21 नवंबर तक रहेगा. यह त्यौहार हिन्दुओं का महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. जो पूरी विधि-विधान और आस्था के साथ मनाया जाता है. ज्यादातर यह पर्व उत्तर भारत जैसे- बिहार, झारखण्ड, नेपाल में मनाया जाता है. लेकिन इस पर्व की महिमा को देखते हुए आज यह पर्व पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है यह पर्व हर वर्ष कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से शुरू होती है. चलिए जानते है.

जानें इस पर्व की महिमा के बारे में:

  • यह पर्व पर्यावरण की दृष्टि से विशेष महत्व रखता है. छठ पर्व में स्वच्छता और सात्विकता का विशेष ध्यान रखा जाता है.
  • यह पर्व खगोल की दृष्टि से भी विशेष महत्व रखता है.
  • सूर्य को डूबते व उगते समय जल या दूध से अर्घ दिया जाता है.
  • यह पर्व सुख – समृद्धि , संतान की कामना हेतु किया जाता है.
  • सूर्य को अर्घ देते समय प्रिज्म विज्ञान का सिद्धांत काम आता है.
  • प्रिज्म के सिद्धांत से मानव की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
  • अर्घ देते समय सूरज की रोशनी से विटामिन डी मिलता है.
  • इस वैज्ञानिक सिद्धांत से मानव शरीर में त्वचा के रोग कम होते हैं.

छठ पर्व से जुड़ी मान्यता यह भी है कि, महाभारत काल में द्रोपदी अपने परिवार की कुशलता व समृद्धि की कामना के लिए यह व्रत किया करती थी। मान्यता अनुसार जो भी इस व्रत को पूरी विधि -विधान से करता है  उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.