खरमास
खरमास

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    -सीमा कुमारी

    हिन्दू पंचांग के अनुसार, आज यानी 14 मार्च, रविवार से खरमास शुरू हो गया है। मान्यताओं के अनुसार, सूर्य कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं और 14 अप्रैल 2021 तक यहीं रहेंगे। इसी के साथ एक महीने के लिए सभी तरह के शुभ और मांगलिक काम बंद हो जाएंगे। यानी, अब अगर कोई शुभ काम करना है तो 14 अप्रैल के बाद शुभ मुहूर्त का इंतजार करें। बता दें कि हर साल दो बार खरमास लगता है। एक बार तब, जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं और दूसरी बार तब, जब वे मीन राशि में प्रवेश करते हैं। दोनों ही स्थितियों में गुरु बृहस्पति निस्तेज हो जाते हैं। शास्त्रों में किसी भी शुभ कार्य के लिए बृहस्पति का होना अनिवार्य बताया गया है। यही वजह है कि खरमास के दौरान सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। ऐसे में जानना बहुत जरूरी  है कि इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं। चलिए जानें इस बारे में…

    • शास्त्रों के अनुसार, खरमास के दौरान सूर्यदेव की उपासना जरूर करनी चाहिए।
    • न्यताएं हैं कि सूर्य भगवान के आशीर्वाद से तरक्की और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
    • खरमास महीने में सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करके भगवान का स्मरण करना चाहिए। इन नियमों का पालन करने से जातक को मनोवांछित फल मिलता है।
    • कहते हैं कि इस दौरान ब्राह्मण, गुरु, गाय और साधुओं की सेवा जरूर करनी चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इन नियमों का विधिवत पालन करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
    • ऐसा माना जाता है कि खरमास में भगवान विष्णु की पूजा करना बड़ा शुभ होता है। ऐसा करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और परिवार में सुख- शांति एवं समृद्धि आती है। इसलिए पुराणों में विष्णु पूजा का विशेष महत्व है।

    खरमास में क्या नहीं करना चाहिए, जरूर जानें-

    • कहा जाता है कि इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए। अगर कोई जातक इन नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसे अनहोनी का सामना करना पड़ता है।
    • शास्त्रों के अनुसार, इस दौरान जमीन पर सोना चाहिए और पत्तल पर भोजन करना शुभ माना जाता है।
    • इस दौरान लड़ाई-झगड़ा और झूठ बोलने से बचना चाहिए।