15 November: महात्मा गांधी की जान लेने वाले को फांसी दी गई

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    नई दिल्ली: महात्मा गांधी को विश्व इतिहास के महानतम नेताओं में शुमार किया जाता है। भारत माता को गुलामी की जंजीरों से आजाद कराने के लिए महात्मा गांधी ने जीवन भर अहिंसा और सत्याग्रह का संकल्प निभाया, लेकिन उन्हें आजादी की हवा में सांस लेना ज्यादा दिन नसीब नहीं हुआ। पंद्रह अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ और 30 जनवरी 1948 की शाम नाथू राम गोडसे ने अहिंसा के उस पुजारी के सीने में तीन गोलियां उतार दीं।  

    इस अपराध पर नाथूराम को फांसी की सजा सुनाई गई और वह 15 नवंबर 1949 का दिन था, जब उसे फांसी दी गई। यह तथ्य अपने आप में दिलचस्प है कि स्वतंत्रता संग्राम में दौरान नाथूराम गोडसे महात्मा गांधी के आदर्शों का मुरीद था, लेकिन एक समय ऐसा आया कि वह उनका विरोधी बन बैठा और उन्हें देश के बंटवारे का दोषी मानने लगा। देश-दुनिया के इतिहास में 15 नवंबर की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:- 

    1949 : महात्मा गांधी की जान लेने वाले नाथूराम गोडसे और इस अपराध की साजिश में उनका साथ देने वाले नारायण दत्तात्रेय आप्टे को फांसी दी गई। 

    1961 : संयुक्त राष्ट्र ने परमाणु हथियारों पर रोक लगाने का ऐलान किया।

    1982 : भूदान आंदोलन के प्रणेता आचार्य विनायक नरहरि भावे उर्फ विनोबा भावे का निधन।    

    1988 : अल्जीयर्स में बैठक के दौरान फलस्तीन नेशनल कौंसिल ने पीएलओ के अध्यक्ष यासिर अराफात के निर्देश पर फलस्तीन की आजादी का ऐलान किया। 

    1989 : पाकिस्तान के कराची में वकार यूनुस और सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। 

    1998 : इराक ने ऐन मौके पर संयुक्त राष्ट्र के हथियार निरीक्षकों को अपने यहां आने की इजाजत दे दी, जिससे वह ब्रिटेन और अमेरिका के हवाई हमले की मार से बच गया।

    2000 : झारखंड भारत का 28वां राज्य बना।

    2012 : शी चिनफिंग चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बने।