लैपटॉप-सेलफोन की धुलाई, बीवी ने की खूब सफाई, तलाक की नौबत आई

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘पत्नी को गृहलक्ष्मी माना जाता है परंतु कोई पत्नी ऐसी भी होती है जो अपनी बेतुकी हरकतों की वजह से जी का जंजाल बन जाती है. बेंगलुरू में एक व्यक्ति अपनी बीवी के असामान्य और अटपटे व्यवहार से बेहद परेशान है.’’

    हमने कहा, ‘‘पति को सहनशील रहना चाहिए. पत्नी की छोटी-मोटी नादानी की अनदेखी करने में ही समझदारी है. सुखी गृहस्थी के लिए थोड़ा एडजस्टमेंट कर लेना चाहिए. इतनी समझ रखनी चाहिए कि दुनिया में कोई पूरी तरह परफेक्ट नहीं होता. कुछ न कुछ न्यूनताएं या खामियां सभी में रहती हैं. महान दार्शनिक सुकरात की बीवी बहुत गर्म मिजाज की थी. एक बार जब सुकरात अपने मित्रों से चर्चा कर रहे थे, तभी उनकी पत्नी ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई. इससे भी जी नहीं भरा तो एक बाल्टी पानी सुकरात पर उंडेल दिया. इस पर भी सुकरात गुस्सा नहीं हुए. उन्होंने अपने मित्रों से कहा, देखा आपने, बादल पहले गरजते हैं और बाद में बरस भी पड़ते हैं.’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, सुकरात पर तो सिर्फ एक बाल्टी पानी ही डाला गया था, बेंगलुरू में एक व्यक्ति की पत्नी हर चीज की पानी से धुलाई कर देती है. उसने अपने पति का लैपटॉप और सेलफोन भी धो डाला. वह बच्चों के चमड़े के जूते धोने में भी पीछे नहीं रहती. पति ने बताया कि उसकी पत्नी दिन में 6 से ज्यादा बार नहाती है और नहाने के साबुन को साफ करने के लिए भी एक अलग साबुन का इस्तेमाल करती है. वह एक तरह की मानसिक बीमारी ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसआर्डर से जूझ रही है. उसकी सफाई की सनक से तंग आकर पति ने उससे तलाक की मांग की है.’’ हमने कहा, ‘‘तलाक समस्या का हल नहीं है. पति को चाहिए कि किसी मनोचिकित्सक से अपनी पत्नी का इलाज कराए जो उसका सफाई का भूत उतार सके.’’