Devendra Fadnavis
PIC (Twitter)

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    मुंबई: सार्वजनिक निर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में हुई बड़ी बगावत को लेकर राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं। विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार बनाने में पीछे रह गए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं। बगावत से लेकर अब तक के घटनाक्रम में बीजेपी (BJP) अभी तक भले ही खुल कर सामने नहीं आयी है, लेकिन पार्टी नेतृत्व प्रत्येक गतिविधियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।

    विधानसभा में संख्या बल साधने को लेकर विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के आधिकारिक आवास ‘सागर ‘ पर दिन भर बैठकों और विधायकों से मिलने जुलने का दौर जारी था। सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी असम की राजधानी गोवाहाटी पहुंच गए हैं। जहां पर एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ मौजूद हैं।

     मैं समंदर हूं, लौट के आऊंगा’

     वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना-बीजेपी की युति थी, लेकिन चुनाव नतीजों के बाद शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद को आगे कर बीजेपी से मुंह मोड़ लिया था। लगभग 25 साल पुरानी युति टूटने के बाद बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने  एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को तोड़कर रातों-रात सरकार बना ली थी। अलसुबह हुई शपथ विधि में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि शरद पवार के एक्टिव होते ही अजीत पवार ने सरेंडर कर दिया। इस तरह से ये गठबंधन कुछ घंटों में ही टूट गया। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने  एनसीपी , कांग्रेस के साथ महाविकास आघाड़ी सरकार बनी थी। उस समय देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मेरा पानी उतरता देख मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना , समंदर हूं लौटकर वापस आऊंगा। अब इस बात को साबित करने का समय देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी नेताओं को मिल गया है। 

    निर्दलीय विधायकों से मिले फडणवीस 

    विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के अधिकृत आवास सागर पर बुधवार को दिन भर गहमागहमी रही।  राज्य में चल रही राजनीतिक हलचल पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की नजर है। पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर बहुत के लिए विधायकों की जरुरी संख्या बल भी मंथन शुरु है। मीरा-भायंदर की निर्दलीय विधायक गीता जैन सुबह  फडणवीस से मिलने पहुंची। जैन के अलावा छोटे दल और कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी फडणवीस से मुलाकात कर संभावित सरकार के गठन को लेकर बातचीत की।

     नारायण राणे, प्रवीण दरेकर, गिरीश महाजन और आशीष शेलार से की  चर्चा 

     राज्य में तेजी से बदल रही राजनीतिक परिस्थिति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे, विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर, पूर्व मंत्री गिरीश महाजन, पार्टी के नेता आशीष शेलार सहित अन्य नेताओं के साथ चर्चा की। भाजपा के सभी विधायकों को  मीडिया में बयान देने से बचने और मुंबई में मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।