editorial 2 kidnappings in 24 hours, kidnapping industry started flourishing again in Bihar

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बिहार का अपहरण उद्योग हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. राज्य में कोई कामधाम या रोजगार न होने से विभिन्न अपराधी गैंग पनपते हैं जो किसी धनवान व्यक्ति, उसके पुत्र अथवा परिजन का अपहरण कर लेते हैं जिसे मोटी रकम वसूल करने के बाद छोड़ा जाता है. इसमें पुलिस भी कोई मदद नहीं करती. कई बार तो किसी नेता की मध्यस्थता से अपहृत व्यक्ति को छुड़ाया जाता है और उसके लिए भी मोटी रकम देनी पड़ती है. माना जाता है कि नेताओं की छत्रछाया में ही ऐसे अपहरण करनेवाले गिरोह पनपते हैं.

इस मुद्दे पर ‘अपहरण’ नामक फिल्म भी बन चुकी है. 2005 के पहले इस तरह की घटनाएं आम थीं. खास तौर पर किसी युवा डाक्टर या इंजीनियर का अपहरण कर बड़ी रकम मांगी जाती थी और न देने पर हत्या की धमकी दी जाती थी. इसके अलावा वहां जबरन शादी कराने के लिए किसी पढ़े-लिखे नौकरीपेशा या धनवान युवक का अपहरण भी किया जाता है. बंदूक की नोक पर मर्जी के खिलाफ उसकी शादी करा दी जाती है. इसे वहां की भाषा में ‘पकड़ौवा दूल्हा’ कहते हैं. जदयू-राजद की गठबंधन सरकार में अगवा करने की घटनाएं बढ़ी हैं. एनएमएचसी के डाक्टर संजय कुमार पिछले एक पखवाड़े से लापता हैं जिनका कोई सुराग नहीं मिला है.

पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा के अनुसार न तो डॉक्टर का अपहरण हुआ है, न ही आत्महत्या का कोई प्रमाण मिला है. इसी दौरान बिहटा प्रखंड के कन्हौली गांव निवासी शिक्षक राज किशोर पंडित के इकलौते पुत्र व छठी कक्षा के छात्र तुषार का अपहरण कर लिया गया. किडनैपर ने वाट्सएप कॉल के माध्यम से छात्र के परिजनों से 40 लाख रुपए की मांग की और पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी है. नवंबर से लेकर अब तक बिहार में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है. विपक्ष का आरोप है कि राज्य में अपराध रुक नहीं रहा है.

दबंगों पर पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती तथा राजनीतिक छत्रछाया में आपराधिक गतिविधियां पनप रही हैं. अपहरणकर्ता अपने शिकार पर पहले से नजर रखते है और मौका पाते ही अगवा कर लेते हैं. इसके बाद बड़ी रकम का तकाजा किया जाता है. जिसके बच्चे या परिजन का अपहरण होता है, वहां घर के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो जाता है. उसे गिरोह से छुड़ाने में मदद देनेवाला बिचौलिया भी अपना कमीशन निकाल लेता है. नेताओं को पहले ही अनुमान रहता है कि अगवा करने के पीछे किन लोगों का हाथ है.