गंभीरता से ले हाईकमांड, असंतुष्टों से जूझते कांग्रेस के मुख्यमंत्री

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    कांग्रेस हाईकमांड के हस्तक्षेप के बावजूद पंजाब और छत्तीसगढ़ में बागियों का लगातार सिर उठाना आश्चर्यजनक है. मुख्यमंत्री हटाने की मांग से असंतुष्ट पीछे नहीं हट रहे हैं. कांग्रेस के पास गिनी-चुनी राज्य सरकारें रह गई हैं लेकिन वहां भी मुख्यमंत्रियों को असंतुष्ट नेताओं ने बेचैन कर रखा है. हाईकमांड ऐसी बगावत पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है. दोनों ही राज्यों में उसके मुख्यमंत्रियों की बदौलत ही कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव जीता था. छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में एक जैसा हाल है. इन राज्यों के मुख्यमंत्री पार्टी के असंतुष्टों से जूझ रहे हैं. यह स्थिति अनिश्चिता व अस्थिरता बढ़ा रही है तथा इससे सरकार व प्रशासन के कामकाज पर भी विपरीत असर पड़ रहा है. कांग्रेस हाईकमांड इस तरह की अराजकता को गंभीरता से नहीं ले रहा. 

    कहीं तो ऐसा लगता है मानो मुख्यमंत्री को असंतुष्टों से निपटने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है. ऐसे में ये राज्य कहीं कांग्रेस के हाथ से न निकल जाएं. यह भी सोचने वाली बात है कि असंतुष्ट किसके दम पर इतना उछल रहे हैं! कहीं मुख्यमंत्रियों पर दबाव बनाए रखने के लिए तो असंतुष्टों को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा? पंजाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदरसिंह पर टिप्पणी करते हुए इसे अलीबाबा चालिस चोर की सरकार कहा. बागी मंत्री और विधायकों ने सीएम चेहरा बदलने की मांग की, जिस पर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने साफ कर दिया कि अगला विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदरसिंह की अगुआई में ही लड़ा जाएगा.

    कैप्टन के समर्थन में उनकी पत्नी सांसद परनीत कौर भी कूद पड़ी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में हो रही बगावत के पीछे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू ही हैं. जब से सिद्धू आए हैं, कांग्रेस में कलह मची हुई है. अगर किसी को कोई समस्या थी तो वे साढ़े 4 वर्ष चुप क्यों रहे? छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री बनने को आतुर हैं. वे दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मिले. सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए सीएम बनने को लेकर सहमति बनी थी इसलिए अब भूपेश बघेल की जगह सिंहदेव को सीएम बनाया जाए. पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बदलेगा. दूसरी ओर राहुल से मिलकर रायपुर लौटे मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि जब तक राहुल और सोनिया गांधी का आदेश है, वे तब तक सीएम बने रहेंगे. जब हाईकमांड कहेगा तो पद छोड़ दूंगा. राजस्थान में भी मुख्यमंत्री गहलोत और सचिन पायलट का टकराव जारी है.