चुनाव में धांधली कोई नई बात नहीं है. इसलिए जब असम में बीजेपी उम्मीदवार (BJP) की कार में ईवीएम पाई (Electronic Voting Machine) ( EVM) गई तो संदेह होना व आरोप लगना स्वाभाविक था. चुनाव आयोग (Election Commission) ने इस बारे में सफाई दी कि चुनाव आयोग की गाड़ी दुर्घटना का शिकार हो गई जिसमें पीठासीन अधिकारी व 3 चुनावकर्मी सवार थे. इन लोगों ने वहां से गुजरनेवाली कार से मदद मांगी और बिना कागजात चेक किए ईवीएम के साथ उस पर सवार हो गए.
वह गाड़ी बीजेपी प्रत्याशी की थी. इस घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टिप्पणी की- ईसी की गाड़ी खराब, बीजेपी की नीयत खराब, लोकतंत्र की हालत खराब! चुनाव आयोग ने जांच के बाद बताया कि ईवीएम सीलबंद है. उसका नुकसान नहीं हुआ है. सारे आइटम स्ट्रांगरूम में रख दिए गए हैं. यद्यपि ईवीएम सीलबंद पाई गई फिर भी रताबरी के पोलिंग बूध नंबर 149 पर दोबारा मतदान का निर्णय लिया गया है. आयोग ने 4 निर्वाचन अधिकारियों को निलंबित कर दिया और पीठासीन अधिकारी को ईवीएम लाने-ले जाने के नियमों (ट्रांसपोर्ट प्रोटोकॉल) का उल्लंघन करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है. यदि गाड़ी खराब हो गई थी तो मोबाइल फोन करके या मैसेज भेजकर चुनाव आयोग से मदद मांगनी चाहिए थी. ईवीएम सहित किसी अन्य गाड़ी में सवार होना वो भी बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी में, सरासर नियमों के खिलाफ था.