इकोनॉमी को लेकर उम्मीदें

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यह सुखद संकेत है कि कोरोना महामारी(Coronavirus) से आई गिरावट के बाद अब अर्थव्यवस्था (Indian economy) सुधरने के आसार हैं. नीति आयोग (Niti Aayog) के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने कहा कि वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में हम आर्थिक गतिविधियों का वह मुकाम हासिल कर लेंगे जो एक वर्ष पहले था. इसके बाद चौथी तिमाही में जीडीपी दर पॉजिटिव होने की उम्मीद है. राजीव कुमार के अनुसार सरकार ने इस समय का इस्तेमाल कई बुनियादी ढांचे के सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए किया है.

उन्होंने दावा किया कि देश की वृद्धि दर रिजर्व बैंक या अन्य द्वारा लगाए गए 9 से 10 फीसदी की गिरावट के अनुमान से कहीं बेहतर रहेगी. ऐसे कई सुधार होने जा रहे हैं जो वित्त वर्ष 2021-22 में और उसके बाद भी वृद्धि दर या ग्रोथ रेट को बढ़ाने में मजबूत आधार का काम करेंगे. आगे चलकर उपभोक्ता मांग में और सुधार की आशा है. यह कहना तर्कसंगत नहीं होगा कि देश की इकोनॉमी तकनीकी रूप से मंदी में है. वर्तमान वित्त वर्ष की जुलाई से सितंबर की तिमाही में विनिर्माण गतिविधियां बढ़ी हैं व जीएसटी संग्रह भी ऊंचा रहा है. मैन्युफैक्चरिंग में वृद्धि होने से जीडीपी में गिरावट काफी कम होकर 7.5 प्रतिशत रह गई है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने तमाम तथ्यों के आधार पर आने वाले समय में अर्थव्यवस्था में बेहतरी की उम्मीदें जताई हैं.