fire in bhiwandi
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    भिवंडी: भिवंडी (Bhiwandi) ग्रामीण क्षेत्र स्थित गोदामों (Godown) में रात्रि 12 घण्टे के दौरान ही 3 अग्निकांड की घटना हुई है। वड़पा स्थित फर्नीचर गोदाम में लगी भीषण आग (Massive Fire) से 2 मजदूर बुरी तरह जलकर जख्मी हो गए, जिन्हें उपचार के लिए कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल (Chhatrapati Shivaji Maharaj Hospital) में भर्ती कराया गया है। आग की निरन्तर घटती घटनाओं से गोदाम धारकों में सुरक्षा को लेकर भय व्याप्त है। 

    गौरतलब है कि गोदाम क्षेत्र मानकोली दापोड़ा स्थित पारसनाथ कम्पाउंड में एक भंगार गोदाम में अर्धरात्रि आग लग गई। भीषण आग की चपेट में आकर लाखों रुपए का भंगार जलकर राख हुआ। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों की टीम ने कड़ी मेहनत से करीब 2 घण्टे में आग बुझाने में सफलता हासिल किया। आग की दूसरी घटना में मुंबई- नासिक महामार्ग स्थित वड़पे गांव के पास एक फर्नीचर गोदाम में अर्धरात्रि को अचानक आग लग गई। आग की चपेट में आकर गोदाम में सो रहे मजदूर रिंकूराज नारायण (24) और राजगौतम विश्वकर्मा (22) दोनों बुरी तरह जख्मी हो गए हैं। गंभीर रूप से जले दोनों मजदूरों को कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में उपचार के लिए एडमिट किया गया है। 

    दो मजदूरों की हालत गंभीर

    डॉक्टरों ने दोनों मजदूरों की हालत गंभीर बताई है। इसी तरह 12 घण्टे के दरम्यान ही अर्धरात्रि में आगजनी की दूसरी घटना में दापोडा ग्रामपंचायत क्षेत्र में मोजा बनाने वाली कम्पनी के सॉक्सक्को नामक कारखाना में रात्रि को अचानक आग लगने से लाखों रुपये का कपड़ा सहित तमाम जरूरी सामग्री आग की भेंट चढ़ गयी।

    लाखों रुपए का भंगार जलकर राख 

    आग की तीसरी घटना में दापोड़ा स्थित मानस पेट्रोल पंप के पास पारसनाथ कंपलेक्स में भंगार गोदाम में आग लगने से लाखों रुपए का भंगार जलकर राख हो गया।गोदाम बन्द होने की वजह से गोदाम के भीतर कोई मजदूर नहीं होने से जनहानि की कोई घटना नहीं हुई है। स्थानीय पुलिस आग के हादसों का मामला दर्ज कर आग लगने की सच्चाई तलाश रही है।

    अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग

    गोदाम क्षेत्र में कोई अग्निशमन केंद्र नहीं होने की वजह से आग के हादसे होने पर भिवंडी, कल्याण, ठाणे आदि से दमकल गाड़ियां आती हैं। लोगों का आरोप है कि अग्निकांड के घंटो बाद दमकल गाड़ियां आने तक गोदाम में रखा सारा माल जलकर राख हो जाता है। स्थानीय नागरिक, गोदाम धारक प्रशासन से गोदाम क्षेत्र में ही अग्निशमन खोलने की बार-बार मांग कर रहे हैं, बावजूद शासन प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। गोदाम धारकों का कहना है कि गोदाम क्षेत्र स्थित गोदामों, वेयरहाउसों से करोड़ों रुपया राजस्व की वसूली सरकार को मिलती है बावजूद शासन- प्रशासन गोदामों की सुरक्षा के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर गोदाम क्षेत्र में ही अग्निशमन केंद्र हो तो आग की घटना होने पर फायरकर्मी तत्काल मौके पर पहुंचकर आग बुझा सकते हैं, जिससे करोड़ों का नुकसान सहित लोगों की जान की सुरक्षा आसानी से की जा सकती है। क्षेत्रीय नागरिकों ने जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर से गोदाम क्षेत्र में अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग की है।