रोम-रोम में बसने वाले राम भक्तों का हृदय है जिनका धाम

Loading

पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, हमें वह भजन याद आ रहा है जिसकी पंक्तियां हैं- मेरे रोम-रोम में बसने वाले राम, जगत के स्वामी, ओ अंतरयामी, मैं तुझसे क्या मांगूं. बताइए रोम-रोम क्या होता है?’’ हमने कहा, ‘‘रोम का हिंदी में अर्थ है- शरीर का रोआं-रोआं. वैसे भूगोल के मुताबिक रोम इटली की राजधानी है. इटली वही है जहां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्म हुआ था. अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने का सोनिया, राहुल और प्रियंका सभी ने स्वागत किया है. सेनिया ने कहा कि मैं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का स्वागत करती हूं. राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है जो सिर्फ भारत में ही संभव है. राहुल गांधी ने भी कहा कि राम मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं. राम प्रेम हैं जो कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘राहुल की बात सही है क्योंकि कबीर ने कहा था- रामुहि केवल प्रेम पियारा, जानत है बस जाननिहारा. इसका अर्थ है कि जानकारों को पता है कि राम केवल प्रेम के भूखे हैं. अब यह बताइए कि अयोध्या के राम क्या रोम में भी बसे हैं?’’ हमने कहा, ‘‘कण-कण में भगवान हैं. मुझमें राम, तुझमें राम, सब में राम समाया, सबसे कर ले प्यार, जगत में कोई नहीं है पराया. अनूप जलोटा का एक भजन है- तेरे तन में राम, मन में राम, रोम-रोम में राम रे, राम सुमिर ले, ध्यान लगा ले, छोड़ जगत के काम रे! राम घट-घट व्यापी हैं.

वृक्षों, पत्थरों में भी राम को अनुभव कीजिए. संत तुलसीदास ने लिखा है- जड़, चेतन, जग, जीव महं, सबहिं राममय जानी! राम के प्रति गहन आस्था के कारण कितने ही लोगों के नाम रामलाल, रामप्रसाद, रामप्रताप, रामकृष्ण, राममोहन, राम नारायण, राम किशोर, रामनिहोर, रामप्रकाश, रामचंद्र, रामकुमार, रामचरण, रामसहाय, राम खिलावन, रामकिंकर, रामनरेश, रामलखन, रामशंकर, रामतीर्थ, रामाश्रय, रामदीन, रामविलास, रामजीवन, जानकीराम, सियाराम, सीताराम आदि हैं. मिस्र या इजिप्ट में रैमेसिस नामक राजा हुए थे. उनका नाम असल में रामाशीष रहा होगा. जैसे हरिकुल के ईश को यूरोप में हरक्यूलीज कहा जाने लगा. कंम्प्यूटर में जो रैम होता है उसकी स्पेलिंग भी आरएएम है. इसलिए संगणक में भी राम हैं. ऐसा मानकर चलिए कि राम हर कहीं हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी थे तो सीपीएम के नेता का नाम सीताराम येचुरी है. लोजपा नेता रामविलास पासवान हैं.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में पहली बार जाने पर संसद भवन की देहरी पर माथा टेका था. उसके बाद अब राम मंदिर के शिलान्यास पर रामलला के सामने साष्टांग दंडवत किया. उनके मन में यही भावना रही होगी- सिया राम मैं सब जग जानी, करहुं प्रणाम जोरि जुग पानी. राम से यही प्रार्थना कीजिए कि कोरोना रूपी राक्षस का अपने रामबाण से वध कर दें. चीन का भी हृदय परिवर्तन कर उसे सदबुद्धि प्रदान करें.’’