ब्रायन का दावा सनसनीखेज, पीएम मोदी में देखी जेम्स बांड की इमेज

    Loading

    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, व्यक्ति खुद की क्षमता और खासियत को समझ नहीं पाता. कस्तूरी की मादक गंध का स्रोत खोजने मृग यहा-वहां भटकता रहता है लेकिन कस्तूरी उसकी नाभि में ही छिपी रहती है. लोग आईने में अपनी सही शक्ल कभी नहीं देख पाते क्योंकि उसमें मिरर इमेज आती है. कोई अखबार आईने के सामने रखकर देखिए तो अक्षर उल्टे दिखाई देंगे. इसलिए किसी व्यक्ति की सही छवि और असलियत को सिर्फ दूसरा इंसान ही देख-परख सकता है.’’ 

    हमने कहा, ‘‘आप हमें इतनी बातें क्यों बता रहे हैं? हर व्यक्ति खुद के गुण-दोष भली भांति जानता है तभी तो बड़े-बड़े लोग अपनी आत्मकथा लिखते हैं.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने सही तरीके से पहचाना है. उन्होंने मोदी को जेम्स बांड 007 के रूप में देखा है. अब तक शान कानरी, रोजर मूर, टिमोथी डाल्टन, पियर्स ब्रासनन जैसे अभिनेता जेम्स बांड की भूमिका निभा चुके हैं. इस लिस्ट में टीएमसी सांसद ने मोदी का नाम भी शामिल कर दिया.’’ 

    हमने कहा, ‘‘यह निहायत बेतुकी बात है. जेम्स बांड ब्रिटिश सीक्रेट सर्विस का जासूस है जो दिलफेंक किस्म का और बेहद साहसी है. इस पात्र की रचना आयन फ्लेमिंग नामक लेखक ने की थी. जेम्स बांड के पास उसकी अनोखी कार होती है जो हवा में उड़ सकती है और पानी पर तैर सकती है. उसके पास अनोखे गैजेट रहते हैं. वह एक रोमांटिक हीरो होने के साथ ही अपने दुश्मनों का काल है. कोल्ड वार या शीतयुद्ध के दिनों में बनी फिल्मों में दिखाया जाता था कि पश्चिमी देशों का यह जासूस कैसे कम्युनिस्ट देशों को मात दे सकता है! मोदी की शक्ल जेम्स बांड की भूमिका करने वाले किसी भी अभिनेता से नहीं मिलती.’’ 

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, सूरत पर नहीं, सीरत पर जाइए. मोदी भी जेम्स बांड के समान दुनिया के कोने-कोने में जा चुके हैं. उनमें इतनी एनर्जी है कि बिना थके दर्जनों मीटिंग लेते हैं. बीजेपी को इसके पहले इतना एक्टिव, ताकतवर और प्रभावशाली नेता नहीं मिला. अमेरिका, इजराइल, अरब देशों से उनकी दोस्ती है.’’ हमने कहा, ‘‘जेम्स बांड का खुफिया नाम 007 है. डेरेक ओ ब्रायन ने इन अंकों से मोदी की तुलना की है. उन्होंने कहा कि एक शून्य का मतलब जीरो डेवलपमेंट, दूसरे शून्य का अर्थ जीरो इकोनॉमिक ग्रोथ और सात का मतलब 7 ईयर्स आफ फाइनेंशियल मिसमैनेजमेंट है. ऐसी परिभाषा के साथ ब्रायन ने मोदी की डबल ओ सेवन से तुलना की है.’’