पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की दिमागी हालत को लेकर जो मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है, वह भ्रम या भुलभुलैया में डालने वाली है. वहां के स्वास्थ्य मंत्री ने इस रिपोर्ट को जारी किया जिसमें एक पेज पर इमरान की मानसिक हालत बेहतरीन बताते हुए कहा गया है कि उन्हें अरेस्ट किया जा सकता है. इसी मेडिकल रिपोर्ट के दूसरे पन्ने पर उनकी दिमागी हालत को खराब बताया गया है. आखिर यह रिपोर्ट है या चूं-चूं का मुरब्बा!’’ हमने कहा, ‘‘इस बात को ध्यान से समझिए. व्यक्ति की मानसिक स्थिति कभी एक सी नहीं रहती. कभी खुशी कभी गम के अंदाज में उसका मिजाज बदलता रहता है. सुबह सोकर उठने पर उसकी प्रवृत्ति सात्विक, दोपहर में राजसिक और रात में तामसिक हो सकती है. एक पुलिस वाला शातिर अपराधियों के प्रति कूर हो जाता है जबकि अपने बच्चों के प्रति दयालु होता है. कुछ लोग शांत और मितभाषी होते हैं तो कुछ झगड़ालू और चिड़चिड़े. कोई विनम्र होता है तो कोई अहंकारी. आपने देखा होगा कि खास तौर पर कुछ महिलाओं का मूड बहुत स्विंग होता रहता है. उन्हें चंद्रमुखी से ज्वालामुखी बनने में देर नहीं लगती.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज हम किसी महिला की नहीं, बल्कि इमरान खान की दिमागी हालत की बात कर रहे हैं. उनकी मेडिकल रिपोर्ट में विरोधाभास है.’’ हमने कहा, ‘‘इमरान की जिंदगी में भी तो विरोधाभास रहा है. वे क्रिकेट का पेवेलियन छोड़कर राजनीति के स्टेडियम में चले आए. आशिक मिजाज या छैला रहते हुए वे कितनी ही लैलाओं के साथ रहे. ब्रिटिश लार्ड गोल्डस्मिथ की बेटी जेमीना से शादी की जो चल नहीं पाई. बाद में 2 शादियां और कीं. उन्होंने तीसरी शादी बुशरा बेगम से की जिनके बारे में कहा जाता है कि वे काला जादू जानती है. बुशरा बेगम ने इमरान के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी की थी जो सही निकली. प्लेब्वाय देखते ही देखते पॉलिटिक्स का हीरो बना और अब लुट-पिट कर पूरी तरह जीरो बन गया है. जिसके हाथ से सत्ता निकल जाती है वह सनक जाता है. पाकिस्तान की फौज से जो नेता पंगा लेता है, वह पागल करार दिया जा सकता है. वहां कैसी भी मेडिकल रिपोर्ट बन सकती है. इसलिए इमरान को लेकर हैरान होने की जरूरत नहीं है.’’