
पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी की तुलना भगवान राम से की है. उन्हें सुपरह्यूमन बताते हुए कहा है कि राहुल एक योगी हैं जो तपस्या कर रहे हैं. इस बारे में आपकी क्या राय है?’’ हमने कहा, ‘‘सलमान खुर्शीद की भावना की कद्र कीजिए. उन्होंने अपनी विहंगम दूरदृष्टि से राहुल गांधी में राम का दर्शन कर लिया. ऐसे ही कांग्रेस के एक पूर्व अध्यक्ष देवकांत बरुआ ने इंदिरा गांधी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि इंडिया इज इंदिरा एंड इंदिरा इज इंडिया.’’
पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, यह हद दर्जे की चाटुकारिता या चापलूसी है. इंसान की भगवान से तुलना करना हास्यास्पद है. इसी तरह व्यक्ति से राष्ट्र की कोई तुलना नहीं की जा सकती. लोग अपने स्वार्थ या अंधभक्ति की वजह से ऐसा करते हैं. चमचों की कमी नहीं, हर पार्टी में मिल जाएंगे. ये अपनी बेतुकी बातों से लोगों को बहका नहीं सकते.’’
हमने कहा, ‘‘कुछ बोलने से पहले सोच लीजिए. सलमान खुर्शीद की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुई है. वे कांग्रेस नेता होने के साथ सुप्रीम कोर्ट के नामी वकील भी हैं जो एक पेशी में खड़े होने के लिए लाखों की फीस लेते हैं. कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, पी चिदंबरम, अभिषेक मनु सिंघवी के समान सलमान खुर्शीद की भी कानूनी क्षेत्र में ख्याति है.’’
पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, यहां कानून की नहीं, उनके ऊलजलूल बयान की बात हो रही है. राहुल को योगी बताना भी सही नहीं है क्योंकि योगी तो यूपी के मुख्यमंत्री हैं. भगवा वेशधारी गोरख पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के रहते राहुल को योगी की उपाधि नहीं दी जा सकती.’’
हमने कहा, ‘‘यूपी और दिल्ली की कड़ाके की सर्दी में भी टीशर्ट पहनकर भारत जोड़ो यात्रा कर रहे राहुल के योगबल को पहचानिए शायद वे कश्मीर तक ऐसे ही जाएंगे. उन्होंने संन्यासियों जैसी दाढ़ी भी बढ़ा ली है. जब कण कण में भगवान होने की बात कही जाती है तो सलमान खुर्शीद ने भी राहुल में राम के दर्शन कर लिए. ऐसा मानकर चलिए कि जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी लिन तैसी!’’