एक ओर अयोध्या में जगमगाहट है तो दूसरी ओर लंका में खड़खड़ाहट है.
पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर फरवरी 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा जिसके गर्भगृह में रामलला विराजमान हो जाएंगे. अयोध्या में सरयू तट पर योगी सरकार भगवान राम की विशाल प्रतिमा भी बनवाने जा रही है. इसके अलावा वहां के गली-मोहल्लों को भी सुधार लिया तो अयोध्या भव्यतम हो जाएगी.’’
हमने कहा, ‘‘जब मोदी और योगी मन में ठान लें तो सब कुछ दिव्य और भव्य होगा. एक समय ऐसा आएगा कि विश्वभर के पर्यटक अयोध्या आएंगे. त्रेतायुग में वहां एक पुष्पक विमान उतरा था लेकिन अब वहां हवाई अड्डा बन जाने पर कितनी ही फ्लाइट उतरा करेंगी. जैसे रोम में वेटिकन सिटी है, उससे भी भव्य अयोध्या की शान होगी. दीपोत्सव पर रिकार्ड संख्या में 12 लाख दीपक जलाकर अयोध्या नगरी को जगमगाया गया था.’’
हमने कहा, ‘‘एक ओर अयोध्या में जगमगाहट है तो दूसरी ओर लंका में खड़खड़ाहट है. रावण की सोने की लंका अब कंगाल हो चुकी है. चाइना के चक्कर में पड़कर वहां का खजाना खाली हो चुका है. जनता सड़कों पर प्रदर्शन करने उतर पड़ी है. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं हो पाया लेकिन उनके भाई महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. अब देखना है कि नए प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे कौन सा विक्रम दिखाएंगे!’’
पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, लंका में अदृश्य रूप से विभीषण का राज है. उन्हें भगवान राम ने आशीर्वाद दिया था- ‘लंका अचल राज तुम करहू.’ विभीषण सप्त चिरंजीव में से एक हैं. जो 7 लोग अमर माने जाते हैं उनमें बली, व्यास, कृपाचार्य, अश्वत्थामा, परशुराम, हनुमान और विभीषण का समावेश है. चीन के कर्ज के जाल और संसाधनों पर कब्जे के अलावा भ्रष्टाचार के कारण लंका की हालत खराब हो गई. वहां रासायनिक खाद का आयात बंद किए जाने से फसलें भी नहीं हुईं. इसीलिए त्राहि-त्राहि मची हुई है लेकिन फिर भी उम्मीद रखिए कि लंका की हालत आगे चलकर सुधर जाएगी. भारत उसे यथासंभव मदद दे रहा है.’’