nishanebaaz-smriti-irani-daughter-goa-restaurant-congress-on-bjp-minister

    Loading

    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी झोईश ईरानी पर गोवा में अवैध बार एंड रेस्टोरेंट चलाने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने दूसरा प्रहार करते हुए दावा किया कि उस बार से 10 किलोमीटर दूर गोवा के कोरजू गांव में स्मृति ईरानी का आलीशान बंगला भी है.’’

    हमने कहा, ‘‘बार को लेकर इतनी आपत्ति क्यों होनी चाहिए. हमारे सभी पुराने नेता बार-ऐट-लॉ या बैरिस्टर थे जैसे कि गांधी, नेहरू, सरदार पटेल इत्यादि. सारे वकील बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य होते हैं और अदालत के बार रूम में बैठते हैं.’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आप तो शायद यह भी कहेंगे कि साबुन का बार होता है जिसे काटकर बट्टियां बनाई जाती हैं. आप सोने की छड़ को भी गोल्ड बार कहेंगे जो बैंक ऑफ इंग्लैंड में रखी है. आयरन बार भी होता है. कसरत करने के शौकीन सिंगल बार या डबल बार पर व्यायाम करते हैं. हमारा आशय स्मृति ईरानी की बेटी के बार से था जहां लोग शराब पीने जाते हैं. उर्दू में बार को मयखाना कहते हैं और हिंदी में मधुशाला!’’

    हमने कहा, ‘‘सांप्रदायिक सौहार्द्र के लिए इसकी उपयोगिता है. डा. हरिवंश राय बच्चन ने लिखा था- मंदिर मस्जिद खूब लड़ाते, मेल कराती मधुशाला. यदि स्मृति की बेटी ने गोवा में बार खोला तो इसे इतना तूल देने की क्या आवश्यकता है? महात्मा गांधी के जमाने में शराब की दूकानों पर धरना दिया जाता था लेकिन अब तो बार का मालिक होना संपन्नता और हैसियत का प्रतीक माना जाता है. देखते ही देखते सामाजिक मूल्य बदल गए हैं. बार के साथ बंगला और बैंक बैलेंस भी रहना चाहिए. कांग्रेस नेताओं की चिंता है कि चाल, चेहरा और चरित्र पर गर्व करने वाली पार्टी की मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी बार क्यों चलाती है?’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, बार की बात को बार-बार दोहराने की जरूरत नहीं. स्मृति ईरानी वाकपटु हैं. राहुल गांधी को अमेठी से हराने वाली स्मृति इस बार भी कांग्रेसियों के खिलाफ डटकर मोर्चा संभाल लेंगी.’’