Nishanebaaz Today ashok Gehlot's, tomorrow yours, Sachin Pilot should keep hope

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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, राजस्थान में सचिव पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की आपसी तनातनी को दूर करने तथा इन दोनों कांग्रेस नेताओं के बीच की खाई पाटने के उद्देश्य से पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने पायलट को सलाह दी है कि वे आज की चिंता छोड़कर कल के बारे में सोचें. खुर्शीद ने कहा कि अगर मैं सचिन की जगह होता तो सोचता कल हमारा है, आज की चिंता क्यों करें! खुर्शीद की इस सलाह को क्या सचिन पायलट खुशी-खुशी स्वीकार कर लेंगे?’’

हमने कहा, ‘‘बिनमांगी सलाह कोई क्यों स्वीकार करेगा? भविष्य अज्ञात और अपरिचित है. कहावत है- काल करे सो आज कर, आज करे सो अब, पल में परलय होयगी, बहुरी करेगा कब! सचिन जानते हैं कि आगे भी जाने ना तू, पीछे भी जाने ना तू, जो भी है, बस यही एक पल है. वे भाग्य के भरोसे रहकर हाथ पर हाथ धरे प्रतीक्षा करना नहीं चाहते कि कब बाबा मरेंगे और कब बैल बिकेंगे! सचिन पायलट कितने ही वर्षों से राजस्थान के सीएम पद के लिए छटपटा रहे हैं लेकिन गहलोत उनके लिए गद्दी खाली ही नहीं करते. पिछले समय गहलोत से कहा गया था कि वे दिल्ली आकर कांग्रेस अध्यक्ष बन जाए लेकिन वे जयपुर से हटने को तैयार नहीं हुए. पायलट भी क्या करें! उनके सामने अनिश्चितता की धुंध छाई हुई है. राजनीतिक मौसम ठीक नहीं है. सोचते होंगे कि इमरजेंसी लैंडिंग करें या नहीं. इसी वर्ष राजस्थान में विधानसभा चुनाव है. बीजेपी की चुनौती का मुकाबला गहलोत-पायलट को मिलकर करना होगा नहीं तो कांग्रेस का बेड़ा गर्क हो सकता है.’’

पड़ोसी ने कहा, ‘‘पायलट के पास गुर्जर समाज के वोट हैं. उन्होंने पिछली बार भी भरपूर प्रचार किया था जिससे कांग्रेस जीती थी लेकिन उनकी मेहनत पर पानी फिर गया जब जोशीले पायलट की बजाय पार्टी हाईकमांड ने अनुभवी अशोक गहलोत को सीएम बना दिया. ऐसे में पायलट कब तक प्रतीक्षा करते रहेंगे!’’

हमने कहा, ‘‘जब तक हाईकमांड रूपी एयरपोर्ट के कंट्रोल रुम से लैंडिंग करने का सिग्नल नहीं मिलता, पायलट को हवा में ही चक्कर काटने पड़ते हैं. पायलट को इतनी ही जल्दी है तो पैराशुट से कूदने की सोचें. कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को बीजेपी इस तर का पैराशुट प्रोवाइड करने के लिए हमेशा तैयार रहती है.’’