पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनके पास भरपूर दौलत, शोहरत, बंगला और गाड़ी रहने के बावजूद नीयत ठीक नहीं रहती. आप बादशाह या ‘किंग खान’ कहलानेवाले अभिनेता शाहरुख खान को ही देखिए. किसी बात की कोई कमी नहीं है लेकिन शारजाह से लौटते समय शाहरुख बिना कस्टम ड्यूटी चुकाए 18 लाख रुपए की घडि़यां लाते पकड़े गए. उन्हें लगा होगा कि उनका फिल्मी चेहरा देखकर कस्टमवाले सम्मोहित हो जाएंगे और उन्हें बगैर तलाशी लिए एयरपोर्ट से बाहर जाने देंगे. ऐसा बिल्कुल भी नहीं हुआ. अपने प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से मुंबई पहुंचने पर टी-3 टर्मिनल पर रात करीब 1 बजे रेड चैनल पार करते समय कस्टम अधिकारियों ने शाहरुख और उनके साथियों को रोका. उनके बैग की जांच करने पर मशहूर रोलेक्स रिस्टवाच के 6 डिब्बे, स्पिरिट ब्रांड की घड़ी और एपल सीरीज की घडियां मिलीं. घंटे भर चली कार्रवाई के बाद शाहरुख व उनकी मैनेजर पूजा ददलानी को जाने दिया गया लेकिन उनके बॉडीगार्ड रवि और बाकी लोगों को रोक लिया गया. बॉडीगार्ड रवि ने ही 6 लाख 87 हजार रुपए की कस्टम ड्यूटी चुकाई. दूसरे दिन सुबह 8 बजे कस्टम अधिकारियों ने बॉडीगार्ड को छोड़ा.’’
हमने कहा, ‘‘एयरपोर्ट पर शाहरुख खान को मुसीबत घेर लेती है. जब वह अमेरिका गए थे तो खान सरनेम की वजह से रोक लिए गए थे. वहां एयरपोर्ट पर उनसे कड़ी पूछताछ और कपड़ा उतार कर तलाशी ली गई थी. विदेश में बॉलीवुड स्टार को कौन पूछता है! शाहरुख ने खुद ही कहा कि जब मेरे दिमाग पर स्टारडम ज्यादा चढ़ जाता है तो उसे उतारने के लिए मैं विदेश चला जाता हूं.’’
पड़ोसी ने कहा, ‘‘देश हो या विदेश, एयरपोर्ट या कस्टम अधिकारियों की निगाह में शाहरुख खान सिर्फ एक पैसेंजर हैं. उन्हें इससे मतलब नहीं कि शाहरुख फिल्मों में बादशाह, बाजीगर या रईस बने थे. समझ में नहीं आता कि वे विदेश से इतनी घड़ियां क्यों लाए?’’ हमने कहा, ‘‘नए अभिनेताओं के आ जाने से 55 लाख की उम्र पार कर चुके शाहरुख को काम नहीं मिल पा रहा है. अपने खराब समय को ठीक करने के लिहाज से वे विदेश से नई घड़ियां ले आए!’’