अव्वल होता जा रहा देश अपना भारत नहीं देखता छोटा सपना

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के बाली में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत अब छोटे सपने नहीं देखता. हम बड़ी प्रतिमाएं और बड़े स्टेडियम बनाते हैं. हमने 32 करोड़ बैंक अकाउंट खोले हैं जिनकी तादाद अमेरिका की कुल आबादी से ज्यादा है. भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाला अर्थव्यवस्था है. स्मार्टफोन डेटा उपयोग में भारत विश्व में नंबर वन है.’’

    हमने कहा, ‘‘मोदी दुनिया के लोगों की आंखें खोल रहे हैं कि आज के भारत को देखो और समझो कि उसने कितनी तरक्की की है. जहां तक सपने देखने की बात है, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी कहा था कि तुच्छ सपने देखना पाप है. इसलिए आप भी याद रखिए कि थिंक बिग, ड्रीम बिग एंड एक्ट बिग! अर्थात बड़ी बात सोचे, बड़े सपने देखो और बड़ा काम कर दिखाओ!’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, सपनों के मामले में पसंद-नापसंद नहीं चलती. सपने पर किसी का कंट्रोल नहीं होता. चाहे तो इस बारे में एक समय स्वप्न सुंदरी कहलानेवाली हेमा मालिनी से पूछ कर देख लीजिए. सपनो के संसार और जिंदगी की हकीकत में काफी फर्क है. सपने तर्कहीन और भ्रामक हुआ करते हैं.’’

    हमने कहा, ‘‘कुछ सपने सच भी होते देखे गए हैं. आपने सपनों से जुड़े फिल्मी गीत सुने होंगे- सच हुए सपने मेरे, झूम ले ओ मन मेरे! देखो मैंने देखा है ये एक सपना, फूलों के शहर में हो घर अपना! मेरे सपने में आना रे सजना! सपने सुहाने लड़कपन के मेरे नैनों में डोलें बहार बन के! कंकरिया मार के जगाया, तू कल मेरे सपने में आया, बालमा तू बड़ा वो है!’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, सपने का महत्व इतना है कि राजा हरिश्चंद्र ने सपना देखा कि उन्होंने अपना राजपाट मुनि विश्वासमित्र को दान कर दिया है. सुबह होते ही विश्वामित्र आ पहुंचे और उन्होंने सत्यवादी हरिश्चंद्र से उनका राजपाट लेकर बाहर निकल जाने को कह दिया.’’

    हमने कहा, ‘‘सपनों का संसार बहुत रहस्यमय है फिर भी कितने ही नेता सत्ता पाने का सपना सोते-जागते देखा करते हैं. चुनाव के नतीजे किसी के सपने को साकार करते हैं तो किसी मजबूर के सपने को चूर-चूर!’’