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पंजाब में जहरीली शराब पीने से 90 से अधिक लोगों की मौत हो गई. यह एक भयानक त्रासदी है जिसका कहर कितने ही परिवारों पर टूट पड़ा है. महिलाओं की मांग का सिंदूर उजड़ गया, बच्चे अनाथ हो गए. बूढ़े माता-पिता अपने बुढ़ापे की लाठी कहे जानेवाले जवान बेटे को खो बैठे. इस त्रासदी के लिए विपक्ष ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शराब कांड की हाईकोर्ट जज से न्यायिक जांच करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार के मंत्री और विधायकों का शराब के ठेकों पर कब्जा है. राज्य में गुंडागर्दी और नशा माफिया का राज चल रहा है. कैप्टन ने राज्य के लोगों को नशे के मामले में गुमराह किया है. विपक्ष की नाराजगी अपनी जगह है लेकिन सरकार ने इस प्रकरण में कदम उठाते हुए 6 पुलिस कर्मियों के साथ 7 आबकारी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया. निलंबित अधिकारियों में 2 डीएसपी और 4 थाना प्रभारी शामिल हैं.

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि जहरीली शराब के उत्पादन और बिक्री को रोकने में पुलिस और आबकारी विभाग की नाकामी शर्मनाक है. पूछताछ में पता चला है जहरीली शराब बनानेवाले इसमें ज्यादा मात्रा में अल्कोहल, धतूरा और यूरिया खाद का इस्तेमाल करते थे. नौसादर और मिथाइल अल्कोहल मिलाने की भी चर्चा है. सबसे ज्यादा 50 लोगों की मौत तरनतारन जिले में हुई है. बाकी लोग अमृतसर और गुरदासपुर जिले में मरे हैं. इस त्रासदी से पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं कि जिन गांवों में अवैध शराब भट्टियां चल रही हैं वहां पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की? शराब में इस्तेमाल अल्कोहल कहां से लाया गया?

एक साथ 10 गांवों व 2 शहरी क्षेत्रों में शराब की सप्लाई कैसे हुई? तरनतारण में 3 दिन पहले हुई मौत के बाद पुलिस ने सख्ती क्यों नहीं बरती! इस क्षेत्र में पहले भी अवैध शराब की खेप पकड़ी जा चुकी थी लेकिन इसके तैयारी करने पर रोक क्यों नहीं लगी! पुलिस ने जहरीली शराब से मौत के मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. शराब के आदी बन चुके लोग उसके बिना रह नहीं सकते. ऐसे लोगों को यदि देशी शराब नहीं मिल पाई तो वे अवैध रूप से सप्लाई की जानेवाली मिलावटी शराब पी लेते हैं जो जहरीली होती है. मौत के सौदागर उनकी तलब का लाभ उठाते हैं. जब धतूरे और यूरिया का इस्तेमाल कर शराब बनाई जाएगी तो पीनेवालों के लिए जानलेवा ही साबित होगी. इस कांड की गहराई से जांच कर उन हत्यारों को कड़ी सजा दी जाए जिन्होंने इतने लोगों को मौत के मुंह में पहुंचाया.