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    मुंबई: आम लोगों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा शुरू किए सेतू केंद्र (Setu Center) को हमेशा के लिए बंद करने का निर्णय जिलाधिकारी द्वारा लिया गया है। अब सेतू केंद्र तहसील कार्यालय (Tehsil Office) से नहीं चलाए जाएंगे, हालांकि जगह-जगह निजी स्तर पर सेतू कार्यालय पहले की तरह काम करेंगे। 

    जिलाधिकारी द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, ये केंद्र कुर्ला, बोरीवली, अंधेरी तहसील कार्यालय में हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि इस कार्य के लिए ली जाने वाली फीस से दस्तावेज का खर्चा नहीं निकल पाता था, इन कामों के लिए जो फीस ली जाती थी उससे डेढ़ गुना ज्यादा खर्च आता था, अतः आर्थिक स्थिति को देखते हुए ऐसा निर्णय लिया गया है।

    केंद्र में बनते थे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज

    अभी तक इस केंद्र से, इनकम सर्टिफिकेट, डोमिसाइल, वरिष्ठ नागरिक कार्ड, रहिवासी प्रमाणपत्र, जाति प्रमाण पत्र जैसे महत्वपूर्ण सर्टिफिकेट नाम मात्र शुल्क लेकर लेकर बनाए जाते थे। अब इन दस्तावेजों को प्राइवेट सेतू केंद्रों से बनाया जाएगा जिसके लिए जरूरतमंदों को ज्यादा फीस देनी पड़ेगी।

    प्रवीण छेड़ा ने जताई आपत्ति 

    मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के पूर्व विरोधी पक्ष नेता प्रवीण छेड़ा ने इस मसले को ट्वीट कर आपत्ति भी जताई है। छेड़ा ने बताया कि आने वाले दिनों में प्राइवेट सेतू केंद्र मनमानी तरीके से पैसा वसूल करेंगे। इसके पहले भी प्राइवेट सेतू केंद्रों में दस्तावेज बनवाने के लिए लोगों को भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ती थी। हम लोग जरूरतमंदों को अपने निजी कार्यालय में उनका फॉर्म भरवा कर खुद स्वता खर्चे से सेतू कार्यालय से इन दस्तावेजों को बनवा कर देते थे, जो कि अब बंद हो गया है, लोगों को इस काम के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।