कोंकण क्षेत्र में नारायण राणे का हमेशा से दबदबा रहा है. इसी वजह से शिवसेना (Shiv Sena) संस्थापक ने उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से नवाजा था. यद्यपि काफी पहले राणे शिवसेना से नाता तोड़ चुके हैं लेकिन सिंधु दुर्ग जिले में उनकी जबरदस्त लोकप्रियता व प्रभाव कायम है जिसे कोई चुनौती नहीं दे सकता. बीजेपी सांसद नारायण राणे (Narayan Rane) ने सिंधु दुर्ग जिला परिषद के चुनाव (Sindhudurg District Council Elections) में अपना दबदबा सिद्ध कर दिया.
वहां जिप अध्यक्ष पद पर बीजेपी की प्रत्याशी सेजना सावंत ने शिवसेना की वर्षा कुडालकर को 11 मतों से हराया. महाविकास आघाड़ी ने सांगली व जलगांव पैटर्न पर बीजेपी के कुछ सदस्यों को अपने पाले में लाकर सिंधु दुर्ग जिला परिषद अध्यक्ष पद हथियाने का प्रयास किया था. सिंधु दुर्ग जिला परिषद पर नारायण राणे का लगातार वर्चस्व रहा है. वे जिस पार्टी में रहे, उस पार्टी का व्यक्ति जिला परिषद अध्यक्ष चुना जाता रहा है. राणे ने दिखा दिया कि वे अपने दम पर सिंधु दुर्ग में शिवसेना व उसकी सहयोगी पार्टियों की दाल नहीं गलाने देंगे.