सुनील छेत्री के जन्मदिन पर जानें उनके जीवन की उपलब्धियों के बारे में

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By: मृणाल पाठक 

भारत के दिग्गज फुटबॉलर सुनील छेत्री ने फुटबॉल में जो मुकाम हासिल किया है वह असाधारण है. छेत्री पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया के बाद सबसे ज्यादा मान पाने वाले भारतीय फुटबॉलर के तौर पर जाने जाते हैं. बाईचुंग भुटिया के बाद छेत्री भारत के दूसरे ऐसे फुटबॉलर हैं जिनका करियर भारतीय फुटबॉल में 15 साल से ज्यादा रहा है. उन्होंने अपने परफॉर्मेंस से भारतीय फुटबॉल का मान विदेशों में बढ़ाया है.

सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 को सिकंदराबाद में हुआ था. छेत्री का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था, जो आर्मी और फुटबॉल दोनों ही फील्ड से संबंध रखते हैं. सुनील के माता-पिता मूलतः नेपाल के रहने वाले थे, बाद में वे भारत आ गए और यहां बस गए. छेत्री के पिता आर्मी ऑफिसर रह चुके हैं. वहीं उनकी माँ नेपाल महिला राष्ट्रीय टीम के लिए फ़ुटबॉल खेला करती थी. उनकी बहन भी  राष्ट्रीय टीम का हिस्सा रहीं। 

पाकिस्तान के खिलाफ किया था डेब्यू
सुनील छेत्री ने साल 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था. क्वेटा में खेले गए अपने पहले ही मैच में ही सुनील ने एक गोल किए थे. जो कि यह मैच 1-1 से ड्रॉ हो गया था.मैच भले ही ड्रा हुआ, लेकिन भारत को एक महान फुटबॉलर मिल चुका था.

सबसे ज्यादा गोल करने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर
सुनील छेत्री भारत के सबसे अधिक गोल करने वाले फुटबॉलर हैं. सुनील ने अब तक अपने करियर में 72 गोल किये हैं. इंटरनेशनल फुटबॉल में छेत्री दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले फुटबॉलर है. पहले   स्थान पर पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो है.

नेहरू कप में भारत को जिताया 
मात्र 23 साल की उम्र में सुनील ने 2007 के नेहरू कप में शानदार प्रदर्शन कर सीरिया के खिलाफ भारत को जीत दिलाई. फाइनल में भारत के लिए छेत्री ने 4 गोल किये थे.