युवा बेसबॉल खिलाड़ियों को प्रतीक चिन्ह के रूप में दी जाएगी स्टेडियम की मिट्टी

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तोक्यो. कोरोना वायरस महामारी के कारण वार्षिक टूर्नामेंट के रद्द होने से निराश जापान के हाई स्कूल के बेसबॉल खिलाड़ियों को सांत्वना पुरस्कार के तौर पर मिट्टी दी जाएगी। यह हालांकि कोई आम मिट्टी नहीं है बल्कि कोशेन स्टेडियम की मिट्टी है जहां बेसबॉल मुकाबलों का आयोजन होता है। इसका मतलब हुआ है कि बेसबॉल के दीवाने इस देश में इस स्टेडियम की मिट्टी काफी मायने रखती है। प्रत्येक वर्ष तीन हजार से अधिक टीमें क्षेत्रीय प्ले आफ से गुजरकर फाइनल्स में जगह बनाती हैं जिसका आयोजन मध्य जापान के निशिनोमिया शहर के कोशेन स्टेडियम में किया जाता है। हर साल हारने के बाद यहां खिलाड़ियों को रोते देखा जा सकता है और वे डग आउट के समीप की मिट्टी को प्रतीक चिन्ह के रूप में अपने साथ ले जाते हैं।

हाल में एक दिन पेशेवर क्लब हेनशिन टाइगर्स के सदस्यों को हाथ से कोशेन स्टेडियम की मिट्टी खोदते देखा गया। यह स्टेडियम हेनशिन टाइगर्स का घरेलू स्टेडियम है। इस मिट्टी को की-चेन के साथ लटकी पारदर्शी गेंदों में भरकर हाईस्कूल के लगभग 50 हजार बेसबॉल खिलाड़ियों को दिया जाएगा। प्रत्येक गेंद पर लिखा है ‘‘2020 में 102वां कोशेन” जो दर्शाता है कि इस बार कोशेन में 102वें टूर्नामेंट का आयोजन होना था। इसके अलावा गेंद, बल्ले और स्टेडियम की तस्वीर भी दी जाएंगी। यह अगस्त में खिलाड़ियों को पहुंचाई जाएंगी जबकि टूर्नामेंट शुरू होना था।(एजेंसी)