ross taylor
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    नई दिल्ली: न्यूजीलैंड (New Zealand) के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज रॉस टेलर (Ross Taylor Birthday) का आज यानी 08 मार्च को जन्मदिन है। उनका जन्म आज ही के दिन साल 1984 में हुआ था। टेलर के बारे में सबसे अनोखी बात यह है कि, वह क्रिकेट में आने से पहले एक हॉकी प्लेयर (Hockey Player) रह चुके हैं। हालांकि, फिर दोस्तों के कहने पर उन्होंने फिर अपना खेल बदल लिया और क्रिकेट जगत में कदम रखा। रॉस टेलर क्रिकेट की दुनिया के ऐसे दूसरे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अपने जन्मदिन से एक दिन पहले शतक जड़ा था। इससे पहले यह रिकॉर्ड भारत के पूर्व कप्तान और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के नाम था। 

    नाम है बेहद खास 

    न्यूजीलैंड के पूर्व शानदार बल्लेबाज रॉस टेलर का नाम भी बेहद खास है। टेलर का पूरा नाम लुटेरू रॉस पोउटोआ लोटे टेलर (Luteru Ross Poutoa Lote Taylor) है। रॉस टेलर ने 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था। हालांकि, इस मैच में वह कुछ ज़्यादा कमाल नहीं कर पाए थे। इस मैच में उन्होंने 15 रन के स्कोर पर रन आउट हो गए थे। लेकिन, इसके बाद उनका कमाल देखने मिला था।  

    स्लॉग स्वीप के लिया मशहूर हैं रॉस टेलर

    न्यूज़ीलैंड की तरफ से रॉस टेलर मध्यक्रम के शानदार बल्लेबाज माने जाते हैं। उन्होंने विश्व स्तरीय आक्रामक गेंदबाजों का बेहतरीन तरीके से सामना किया। रॉस टेलर ने 2005-06 के घरेलू सीजन में तीन शतक बनाकर अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत की थी। इसी शतक के बदौलत उन्हें न्यूजीलैंड की राष्ट्रिय वनडे टीम में जगह मिली थी। अपने तीसरे ही मैच में नेपीयर के मैदान में टेलर ने श्रीलंका के खिलाफ 128 रन की पारी खेलकर दुनिया की नज़रें अपनी तरफ मोड़ लिए थे। टेलर को तेज गेंदबाजों के खिलाफ पुल और स्पिन्नरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेलना बेहद पसंद हुआ करता था। 

    दिग्गजों ने ठुकराई कप्तानी, टेलर ने संभाली थी जिम्मेदारी

    टेलर को 2007-08 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला था। लेकिन, वहां उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा, जिसकी वजह से उन्हें बांग्लादेश के दौरे से बाहर किया गया। हालांकि, बाद में उनकी वापसी इंग्लैंड दौरे पर हुई, जहां उन्होंने 120 और 154 रन की दो यादगार पारियां खेलीं। 2010 में उन्हें श्रीलंका में त्रिकोणीय सीरीज के लिए उन्हें कप्तान भी बनाया गया था। यह ऐसा समय था जब न्यूजीलैंड के दिग्गज क्रिकेटर डैनियल वेट्टोरी और ब्रैंडन मैकुलम ने यह जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद टेलर ने टीम की कमान संभाली थी।