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    क्रिकेट के दुनिया में टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज़ और धांसू कप्तान विराट कोहली महान बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। क्रिकेट का इतिहास इस बात की गवाही देता है कि विराट कोहली ने क्रिकेट के तीनों  फॉर्मेट (Test Cricket, ODI, T20I) में अब तक कुल मिलाकर 70 शतक और 50 से ज्यादा की औसत से रन बनाए हैं।

    विराट की कमान में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज (India Wins Australia Series Captain Virat Kohli) जीत दर्ज की थी और टेस्ट क्रिकेट के इतिहास के पहले ‘ICC World Test Championship, 2019-2021’ (WTC) के फाइनल में भी पहुंची।

    बीते हफ्ते ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले दुनिया के दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह  (Harbhajan Singh) ने विराट कोहली के आक्रामक रवैये को लेकर उनकी तारीफ की है। हरभजन ने कहा कि एमएस धोनी (MS Dhoni) की तरह नरम न होने की वजह से ही विराट कोहली ने इतने रन बनाए हैं।

    हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने कहा कि विराट कोहली की कप्तानी टीम इंडिया हमेशा हर टेस्ट मैच जीतना चाहती है। उन्होंने एक न्यूज़ एजेंसी से कहा, “यह यकीनन पूरी तरह से सही है और टीम को आगे ले जाने के लिए हमें टीम (Team India) में उसके (Virat Kohli) जैसे खिलाड़ियों की जरूरत है। जब टीम ऑस्ट्रेलिया जाती थी (India on Australia Tour) तो यही सोचते थे कि टेस्ट मैच को कैसे बचाया जाए। विराट की कप्तानी (Captain Virat Kohli Test Cricket) में टीम यह सोचकर ऑस्ट्रेलिया जाती है कि वे टेस्ट सीरीज कैसे जीत सकते हैं।”

    एमएस धोनी जैसे नरम नहीं हैं कप्तान कोहली

    दिग्गज गेंदबाज हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने यह भी कहा कि भारतीय टेस्ट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर शिकस्त दी है। साथ ही, विराट कोहली की कप्तानी में इंग्लैंड में भी टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है।  हरभजन ने कहा कि अगर कोहली पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) जैसे होते, तो उन्होंने अपने करियर में जितने रन बनाए, उतने रन नहीं बने होते। हरभजन सिंह ने कहा, “यही वह बदलाव है, जिसे आपने इस भारतीय पक्ष (Team India) में देखा है।

    वे (विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया) ऑस्ट्रेलिया गए और उन्हें दो बार हराया। उन्होंने इंग्लैंड में (India on England Tour, 2021 IND vs ENG) अच्छा खेला। और, मुझे उम्मीद है कि वे साउथ अफ्रीका के ताजा दौरे में साउथ अफ्रीका को हरा देंगे। इसलिए कोहली ने एक कप्तान (Virat Kohli Captain Indian Test Team) के रूप में अपनी भूमिका बखूबी निभाई है। और, आक्रामक रवैये (Aggressive Attitude  Virat Kohli) ने विराट कोहली को आज बहुत बड़ा खिलाड़ी बना दिया है। अगर वे महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की तरह नरम होते, तो मुझे नहीं लगता कि उन्होंने इतने रन बनाए होते, जितने कि बना चुके हैं।”

    जब MS Dhoni बने टीम इंडिया के कप्तान, तब मैं ‘कोई’ था

    अपनी खास बातचीत में हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने साैरव गांगुली (Sourav Ganguly) और एमएस धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में खेलने का अपना अनुभव भी शेयर किया। उन्होंने कहा, “जब मैं कुछ भी नहीं था, तो तब गांगुली (सौरव गांगुली, तब के कप्तान) ने मेरा हाथ थामा था। लेकिन, जब धोनी ने कप्तानी संभाली थी, तब मैं ‘कुछ’ बन चुका था।

    हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने कहा, “यह मेरे लिए एक आसान जवाब है, क्योंकि गांगुली ने मुझे उस दाैर में संभाला था जब मैं कुछ भी नहीं था। लेकिन जब धोनी कप्तान (MS Dhoni Captain Team India) बने, तो मैं ‘कोई’ था। इसलिए आपको बड़े अंतर को समझने की जरूरत है।

    गांगुली (Sourav Ganguly) हुनर को पहचान चुके थे, लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं कर पाऊंगा या नहीं। धोनी के मामले में ये रहा कि उन्हें पता था कि मैंने टीम (Team India) के लिए क्या किया है। उन्हें मालूम था कि मैंने टीम (भारत) के लिए कई बड़े मैच खेले हैं, और उनके लिए भी कुछ मैच जीतूंगा।”

    MSD ने गांगुली की विरासत को आगे बढ़ाया

    एक तरफ जहां हरभजन सिंह ने खेल के मैदान में कप्तान विराट कोहली के आक्रामक और स्वाभाविक स्वभाव की तारीफ की, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी की भी प्रशंसा की। हरभजन ने  कहा, ”धोनी (MS Dhoni) भी बेहतर कप्तान रहे हैं, और उन्होंने सौरव (Sourav Ganguly) की विरासत को आगे बढ़ाया। और, धोनी के साथ मिलकर हमने (Team India) कुछ बड़ी लड़ाइयां (International Matches) लड़ीं, जिन्हें मैं निश्चित रूप से संजो कर रखूंगा।” 

    गौरतलब है दुनिया के दिग्गज स्पिनरों में गिने जाने वाले हरभजन सिंह ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कई यादगार पारियां खेलीं। तीनों फॉर्मेट को मिलाकर उन्होंने कुल 367 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और गेंदबाज़ी में कुल 711 विकेट हासिल किए।

    – विनय कुमार