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    -विनय कुमार 

    जब से टीम इंडिया में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid Head Coach) हेड कोच बने हैं, काफी बदलाव देखा जा रहा है। द्रविड़ ने सबसे पहले स्पष्ट कर दिया कि वे उन युवाओं को भविष्य में माैका देने का प्रयास करेंगे, जो मौके के वाकई हकदार हैं। मौके दिए जाएंगे ताकि वे खुद को साबित कर सकें। इसका मतलब साफ है कि, ऐसा नहीं कि एक मैच में असफल होने के बाद उस खिलाड़ी को अपने आपको  साबित करने का माैका नहीं मिलेगा। 

    गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ ने सदैव युवा खिलाड़ियों का समर्थन खुलकर किया है। उनके भारतीय टीम का हेड कोच बनने के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) को लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट टीम की कप्तानी से हटा दिया गया। साथ ही, एक ऐसे बल्लेबाज को भी टेस्ट क्रिकेट में अपने आपको साबित करने का सुनहरा अवसर मिला जिसे पिछले 2 साल तक एक भी टेस्ट मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था।

     काैन है वह बल्लेबाज ?

    यह युवा बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) हैं। जिन्हें, साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के जोनिसबर्ग में खेले जा रहे दूसरे मैच में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम की कमान सौंपी गई है। इस मैच में केएल राहुल कप्तानी कर रहे हैं। विराट पीठ की इंजरी की वजह से इस मैच में नहीं खेल रहे हैं।  

    गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid Head Coach Team India) के कोच बनने के बाद इस सीरीज में भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल की किस्मत खुल गई है। 29 वर्षीय केएल राहुल को टीम इंडिया के भविष्य का कप्तान भी माना जा रहा है। यूं तो रोहित शर्मा (Rohit Sharma Captain) को white ball cricket teem का कप्तान बनाया गया है। लेकिन, उनकी उम्र 34 साल हो चुकी है। ऐसे में माना ये भी जा रहा है कि वो ज्यादा समय तक कप्तान के तौर पर शायद न टिक सकें। ऐसे में कोच राहुल द्रविड़ की कोचिंग में तस्वीर साफ हो चुकी है कि टीम इंडिया की कमान केएल राहुल के हाथ ही दी जाएगी।

    2 साल तक टेस्ट मैचों में क्यों नहीं मिला मौका

    केएल राहुल जोहानिसबर्ग के मैदान मेइनखेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच की कप्तानी करते हुए खुश नजर आए। हांलाकि, एक वक्त ऐसा भी आया था, जब उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। गौरतलब है कि केएल राहुल (KL Rahul)  ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था। लेकिन, टेस्ट क्रिकेट में उन्हें ज्यादा अवसर नहीं दिए गए। आज से करीब 3 साल पहले 2018 में ही उन्हें एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा 12 मैच खेलने का मौका दिया गया था। उसके अगले साल 2019 में तो उन्हें टीम से बाहर ही कर दिया गया था, जब 3 टेस्ट मैचों में उनके बल्ले से केवल 110 रन निकले थे। इतिहास गवाह है कि केएल राहुल को न सलामी बल्लेबाज के तौर पर आजमाया गया, और न ही मिडल ऑर्डर के बल्लेबाज के रूप में। लेकिन, साल 2021 ने जाते-जाते उनको सुनहरे अवसरों की मानों सौगात दे चली गई। 

    गौरतलब है कि 2019 के दो साल बाद 2021 में उनकी फिर से टेस्ट टीम में वापसी हुई, जब टीम इंडिया इंग्लैंड दाैरे (India vs England Test Series, 2021 in England) पर थी। उस दौरे में केएल राहुल (KL Rahul on England Tour 2021) ने 4 मैचों में 315 रन बनाए थे। इसमें एक सेंचुरी भी शामिल थी। और जब 2021 के नवंबर में राहुल द्रविड़ कोच बने, तो उन्होंने केएल राहुल के इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए उन्हें साउथ अफ्रीका के इस ताजा दाैरे के लिए चुन लिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में केएल राहुल ने जानदार सेंचुरी ठोकी थी। जिसके बाद जोहानिसबर्ग के मैदान में खेले जा रहे दूसरे मैच में टीम के रेगुलर कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli Captain Indian Cricket Team) के इंजर्ड होने की वजह से केएल राहुल को कप्तान बनाया गया।  अब यदि विराट कोहली सीरीज के आखिरी और तीसरे टेस्ट मैच में नहीं खेल पाते हैं, तो यकीनन उस मैच की कप्तानी की कमान भी केएल राहुल को सौंपी जाएगी।

    ODI Series India vs South Africa में भी कप्तानी करेंगे 

    KL Rahul की किस्मत तो खुली ही है, जिम्मेदारी साबित करने की चुनौती भी होगी उनके सामने। गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका के इस ताजा दाैरे में केएल राहुल (KL Rahul) ही वनडे सीरीज (India vs South Africa ODI Series, 2022) में भारत की कप्तानी करेंगे। आपको याद दिला दें कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ़ 3 वनडे मैचों की सीरीज की शुरुआत 19 नवंबर को खेले जाने वाले पहले मुकाबले से होगी। यूं तो रोहित शर्मा white ball cricket team (ODI T20 Team India) भारतीय ODI और T20 टीम के रेगुलर कप्तान हैं। लेकिन, इंजरी की वजह से इस दौरे में वो नहीं खेल रहे हैं। ऐसे में भारतीय टीम के सिलेक्टर्स ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) या श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की बजाय केएल राहुल को टीम इंडिया ii कमान सौंपने का फैसला लिया। ऐसे में एक बात पूरी तरह साफ है कि आने वाले समय में केएल राहुल ही भारतीय टीम के कप्तान होंगे। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या केएल राहुल (KL Rahul) बीच-बीच में मिलने वाली इन बड़ी जिम्मेदारियों  को बेहतरीन ढंग से संभाल पाते हैं या नहीं। जाहिर है, ये मौके उनके लिए बड़ी जिम्मेदारियों के लिए चुनौती हैं।