
मुंबई: पिछले कुछ समय से भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के कुछ खिलाड़ी चोट के चलते बड़े टूर्नामेंट से बाहर हो रहे है। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के कारण लंबे समय से मैदान पर नज़र नहीं आए है। वहीं, अब युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर भी चोटिल हो गए है। जिस वजह से वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज से बाहर हो गए है।
इस सीरीज के साथ ही वह आईपीएल के लगभग आधे सीजन से बाहर होने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने खिलाड़ियों के चोटिल होने पर अपनी राय व्यक्त की है।
खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) का मानना है कि आज के दौर में खिलाड़ी वेटलिफ्टिंग ज्यादा करते है। जिस वजह से वह चोटिल हो रहे हैं। सहवाग ने कहा, ‘क्रिकेट में वेटलिफ्टिंग के लिए कोई जगह नहीं है। इसके बजाय आपको ऐसी एक्सरसाइज करनी चाहिए जिससे आपका गेम बेहतर हो। वेटलिफ्टिंग आपको ताकत देगा, लेकिन कठोरता और दर्द भी बढ़ाएगा। हमारे दिनों में आकाश चोपड़ा, गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, एमएस धोनी या युवराज सिंह कभी भी बैक इंजरी या हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण बाहर नहीं हुए।’
उन्होंने आगे कहा, ‘केएल राहुल, रोहित शर्मा, प्रसिद्ध कृष्णा, श्रेयस अय्यर जितने भी युवा खिलाड़ी हैं इन्हें इंजरी हो रही है, क्योंकि यह कोई ना कोई वेट ट्रेनिंग कर रहे हैं। यह लोग मैदान पर नहीं जिम में इंजर्ड हो रहे हैं। इन्हें यह सोचना होगा कि क्या मैं जो ट्रेनिंग कर रहा हूं वो सही है या नहीं।’
इस दौरान वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने विराट कोहली का उदाहरण देकर फिटनेस पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा, ‘जब विराट 19 साल का था, मैं या सचिन तेंदुलकर 19 साल के थे। तब यह वेट ट्रेनिंग नहीं होती थी। तब भी वह उतने ही बड़े रन बनाते थे, तब भी पूरा दिन क्रिकेट खेलते थे। ट्रेनिंग के तरीके अलग थे, लेकिन हर कोई विराट कोहली नहीं हो सकता। हर कोई तेंदुलकर नहीं हो सकता।’