james anderson and virat kohli

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    -विनय कुमार

    टीम इंडिया इंग्लैंड के दौरे पर है। इस दौरे में सबसे पहले पिछले साल 5 मैचों की टेस्ट सीरीज (ENG vs IND Test Series, 2021 in 2022) का बाकी बचा एक मैच 1 से 5 जुलाई के बीच खेला जाएगा। उसके बाद 3-3 मैचों की ODI और T20I Series खेली जाएगी।  

    आपको याद दिला दें कि पिछले साल भारतीय टीम इंग्लैंड के दौरे में 5 में से 4 टेस्ट मैच खेल चुकी थी, एक मैच रह गयंथा। वही मुकाबला होगा। उस सीरीज में इंग्लैंड के मुकाबले भारत 2 मैच जीतकर 2-1 से आगे है। इसलिए भारतीय टीम बढ़त में है। हां, अगर टीम इंडिया इस मैच को जीत जाती है, या फिर ड्रॉ कराने में भी कामयाब रहती है, तो भारतीय टीम इंग्लैंड की ज़मीन पर चौथी बार टेस्ट सीरीज जीतेगी।

    गौरतलब है कि, भारतीय टीम ने राहुल द्रविड़ की कप्तानी में साल 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज (ENG vs IND Test Series, 2007 Rahul Dravid Captain Team India) जीती थी।

    इंग्लैंड के खिलाफ 1 जुलाई से खेले जाने वाला मैच भारतीय टीम के पूर्व धांसू कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के लिए अहम होगी। गौरतलब है कि विराट कोहली करीब 3 साल से आउट ऑफ फ़ॉर्म चल रहे हैं। उनके बल्ले से कई महीनों से एक सेंचुरी नहीं निकली है। हालांकि, IPL 2022 में कुछेक मैचों में उन्होंने बैखौफ होकर बढ़िया बल्लेबाज़ी की थी, जिससे लगा कि विराट कोहली अपने सिग्नेचर फॉर्म में आ रहे हैं। इसलिए इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट मैच में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस मुकाबले में एक बार फिर इंग्लैंड के घातक तेज़ गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) और विराट कोहली (Virat Kohli) आमने-सामने होंगे।

    गौरतलब है कि विराट कोहली के बल्ले से आखिरी बार साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच में सेंचुरी निकली थी। उन्होंने  136 रन बनाए थे। उसके बाद मानों विराट के बल्ले को ग्रहण लग गया। कोई सेंचुरी नहीं निकली। ऐसे में इस टेस्ट मैच में उनपर अपने सिग्नेचर फ़ॉर्म मेंनलौटने का बड़ा दबाव होगा।

    एंडरसन को दिखाना होगा अपना ताव

    इंग्लैंड के खिलाफ इस आगामी टेस्ट मैच में विराट कोहली के लिए सबसे बड़ी चुनौती के तौर पर सामने होंगे गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson), जो अक्सर विराट को अपनी गेंद का शिकार बनाने में कामयाब हो जाते हैं। बात साला 2012 की हो, साल 2014 के दौरे की, उन्होंने 4 बार विराट को अपना शिकार बनाया। पिछले साल इसी मैच वाली सीरीज में भी विराट उनकी गेंद का निशाना बने थे।

    यही नहीं, एक टेक्निकल बात जो गौर की गई थी, वो ये कि स्टंप से बाहर जाती गेंद ने विराट को बड़ी मुश्किलों में डाला था। ऐसी गेंदों पर शॉट्स खेलने में कड़ा संघर्ष करते देखे गए थे। वो अपने पसंदीदा कवर ड्राइव शॉट्स लगाते हुए भी इंग्लिश गेंदबाजों का शिकार हुए।

    इनपर से टीम इंडिया कप्तानी का दबाव अब नहीं है। ऐसे में उनसे उम्मीद की जा रही है कि इस सीरीज में एक बार फिर वो अपना जलवा दिखाएं।