Umran Malik

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    नई दिल्ली. अपनी धारदार और तेज गेंदबाजी से सबको प्रभावित करने वाले जम्मू-कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मलिक (Umran Malik) को 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले आईसीसी T20 वर्ल्ड कप (ICC T20 World Cup) के लिए टीम इंडिया (Team India) के नेट गेंदबाज (Net Bowler) रूप में चुना गया है। इस बात की पुष्टि न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने की है।

    बता दें वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए खेले थे। उन्होंने इस सीजन की सबसे तेज गेंद भी फेंकी है।

    एक सूत्र ने एएनआई से कहा, “हां, वह (उमरान मलिक) नेट गेंदबाज के रूप में टीम के साथ रहेंगे। वह आईपीएल में प्रभावशाली था और हमें लगता है कि बल्लेबाजों को नेट्स पर उनका सामना करना एक अच्छा विचार होगा। कोहली और रोहित जैसे गुणवत्ता वाले बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना उनके लिए एक अच्छा प्रदर्शन होगा।”

    इससे पहले तेज गेंदबाज मलिक ने कहा था कि तेज गेंदबाजी उनके पास स्वाभाविक रूप से आती है और शुरुआत से ही उन्होंने बल्लेबाजों की एकाग्रता को भंग करने के लिए तेज गेंदबाजी की है।

    ज्ञात हो कि, SRH के तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ आईपीएल 2021 की सबसे तेज गेंद फेंकी थी। उन्होंने 153 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की। उन्होंने देवदत्त पडिक्कल के खिलाफ नौवें ओवर की चौथी गेंद पर यह उपलब्धि हासिल की।

    मालिक ने आईपीएल में भुवनेश्वर कुमार के साथ हुई बातचीत के दौरान कहा, “शुरू से ही मैं तेज गेंदबाजी करता था। जब मैं कॉस्को गेंद से क्रिकेट खेलता था, तब भी मैं तेज गेंदबाजी करता था। हम एक ओवर का मैच खेलते थे और मैं तेज यॉर्कर फेंकता था। 2018 में U-19 ट्रायल आए और मैं गेंदबाजी कर रहा था तब चयनकर्ताओं ने मुझे देखा। मैं जॉगर जूते के साथ गेंदबाजी कर रहा था, फिर मेरे दोस्त ने मुझे स्पाइक जूते दिए और मैं फिर अंडर-19 टीम में आया। इसके बाद मैंने अंडर-23 क्रिकेट खेला।”

    मलिन ने कहा, “2018 में मैं नियमित रूप से अभ्यास कर रहा था। अंडर-23 के बाद मैंने विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी खेली। मुझे मौका देने के लिए मैं SRH फ्रेंचाइजी को धन्यवाद देता हूं। इरफान पठान आए और उन्होंने मुझे बताया कि मैं कहां सुधार कर सकता हूं। मैं पहले डर गया था। जब मुझे नेट्स में वार्नर और विलियमसन को गेंदबाजी करनी थी। मैंने भगवान से प्रार्थना की कि मैं सिर्फ अच्छी गेंदें फेंकूं। मैं सीखता रहा और इससे मुझे मदद मिली है।”