People think that more Test player cannot do well in T20 Cheteshwar Pujara

IPL में वो सीजन-8 में नजर आए थे।

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    -विनय कुमार

    भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी और बेहद संजीदे सधे हुए के शानदार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) एक लंबे अंतराल के बाद आईपीएल (IPL T20 TOURNAMENT) में वापसी करने जा रहे हैं। IPL में वो सीजन-8 में नजर आए थे।  

    IPL T20 2021 यानी IPL सीज़न-14 के ताज़ा सीज़न जो अगले महीने की 9 तारीख को शुरू होने जा रहा है के लिए इसी साल फरवरी में चेन्नई में खिलाड़ियों की नीलामी की गई थी। इस नीलामी में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni CSK) की येलो आर्मी ‘चेन्नई सुपर किंग्स’ की टीम ने उन्हें खरीदा। अबकी नीलामी में चेतेश्वर पुजारा को 50 लाख रुपए में खरीदा गया।

    आईपीएल में पुजारा की स्ट्राइक रेट ऐसा रहा

    चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने अपना पहला आईपीएल मैच 2010 में (IPL T20 2010) ‘कोलकाता नाइट राइडर्स’ (KKR) की तरफ से खेला था। उसके बाद वो कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli Captain Royal Challengers Bengaluru) की टीम में शामिल हुए। और, फिर 2014 में (IPL T20 2014 Cheteshwar Pujara) ‘किंग्स इलेवन पंजाब’ (Kings Eleven Punjab) का हिस्सा बने। 

    IPL T20 2014 के सीज़न के बाद चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा था। आईपीएल टूर्नामेंट में पुजारा के प्रदर्शन की बात की जाए तो 22 पारियों में उन्होंने 99.74 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। अब एक बार फिर मौका मिलने से लंबे समय के बाद IPL में अपनी वापसी को लेकर पुजारा काफी उत्साहित भी हैं।

    पुजारा ने क्या कहा

    चेतेश्वर पुजारा ने कहा, “बेशक यह लंबे समय के बाद वापसी है। आखिरी बार मैंने ‘किंग्स इलेवन पंजाब’ (KXIP) की तरफ़ से खेला था। मेरा आखिरी मैच शायद ‘मुंबई इंडियंस’ (MI) के खिलाफ मुंबई के वानखेड  स्टेडियम में 2014 (IPL T20 2014) में था। आईपीएल में वापसी मेरे लिए बेहद खास है। यह दुनिया की सबसे अच्छी लीग है। मैं काफी लंबे समय से इसका हिस्सा नहीं था। मुझे मालूम है कि मैं अच्छा कर सकता हूं, लेकिन मुझे पर्याप्त मौके  नहीं मिले।”

    यहां भी अच्छा कर सकता हूं

    चेतेश्वर पुजारा ने आगे कहा, “लोगों में ऐसी धारणा है कि जो खिलाड़ी ज्यादातर टेस्ट मैच खेलते हैं, उन्हें छोटे फॉर्मेट में नजरअंदाज किया जाता है। ऐसे में अगर आप अपनी क्षमता वनडे और T20 में साबित करते हैं तो भी आपको बहुत कम मौके मिलते हैं। जब सीमित ओवरों के डोमेस्टिक मैच (Domestic Cricket Match) हो रहे होते हैं, तो मैं भारतीय टीम के लिए खेलने में व्यस्त रहता हूं। लेकिन मुझे जब भी सफेद गेंद (white Ball Cricket) से खेलने का मौका मिलता है, मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूं। मुझे मालूम है कि मैं यहां भी अच्छा कर सकता हूं। लेकिन, मुझे अपनी काबिलियत दिखाने का पर्याप्त मौका नहीं मिला। जब ‘मुश्ताक अली ट्रॉफी’ (Mushtaq Ali Trophy) और ‘विजय हजारे ट्रॉफी’ (Vijay Hazare Trophy) हो रही थी तो मैं भारतीय टीम के साथ खेलने में व्यस्त था।”