पृथ्वी शॉ: महज़ 4 साल की उम्र में मां को खोया, 14 साल की उम्र में 546 रन ठोक बनाया रिकॉर्ड

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    नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते हुए बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का आज यानी 09 नवंबर को जन्मदिन है। वह एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, जिन्होंने बहुत कम समय में कामयाबी हासिल की है। पृथ्वी शॉ का जन्म (Prithvi Shaw Birthday) आज ही के दिन 1999 को महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे (Thane) में हुआ था। पृथ्वी मूल रूप से बिहार के गया के रहने वाले हैं। लेकिन, उनके जन्म के पहले ही उनके पिता महाराष्ट्र आ गए थे। पृथ्वी शॉ का टीम इंडिया में अपनी जगह बनाना इतना आसान नहीं था। उनका सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है। 

    4 साल की उम्र में मां को खोया 

    पृथ्वी शॉ ने महज़ चार साल की उम्र में ही अपनी मां को खो दिया था। इसके बाद उनके पिता पंकज शॉ ने ही अकेले उनका पालन-पोषण किया। उन्हें अपने बेटे को  परेशानियों का समाना भी करना पड़ा, लेकिन उन्होंने अपने बेटे की परवरिश बहुत अच्छे से की, साथ ही पृथ्वी का सपना भी पूरा किया। हालांकि इस दौरान पृथ्वी ने भी कड़ी मेहनत की और पिता के संघर्ष को बेकार नहीं जाने दिया। 

    रोजाना करते थे 140 किलोमीटर की यात्रा 

    मां की मौत के बाद पृथ्वी के पिता ने उन्हें क्रिकेट एकेडमी में डाल दिया था। लेकिन, उनका ट्रेनिंग सेंटर काफी दूर था। जिसके लिए उन्हें रोज़ लगभग 140 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ी थी। पृथ्वी शॉ मुंबई के विरार में रहते थे और रोज ट्रेनिंग के लिए उन्हें बांद्रा के एमआईजी ग्राउंड जाना पड़ता था। 

    पिता ने बेटे के लिए बेच दी दुकान 

    पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के पिता पंकज शॉ ने बेटे के सपने को पूरा करने और उसे समय देने के लिए अपनी दुकान बेच दी। उन्होंने अपनी पूरी ज़िंदगी अपने बेटे के नाम कर दी थी। दरअसल, पृथ्वी के पिता कपड़ो की दुकान चलाते थे, जो सूरत और बड़ौदा तक लोकप्रिय हो चुकी थी। लेकिन, पृथ्वी को ट्रेनिंग दिलाने के लिए उन्होंने अपनी दुकान बेचनी पड़ी थी। पिता ने अपने करियर और पर्सनल लाइफ से समझौता कर अपने बेटे का सपना पूरा किया। कई बार उन्हें पैसों की कमी भी झेलनी पड़ी थी। 

    546 रन ठोक बनें चर्चा का विषय 

    पृथ्वी शॉ ने पहली बार तब सुर्खियां बटोरी जब उन्होंने साल 2013 में हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में रिजवी स्प्रिंगफील्ड की ओर से खेलते हुए सेंट फ्रांकिस के खिलाफ 330 गेंदों में 546 रन बनाए थे। पृथ्वी ने इस पारी के दौरान 85 चौके और 5 छक्के लगाए थे। उनकी यह पारी काफी यादगार रही है। आज भी लोग उनकी इस पारी की बहुत तारीफ करते हैं।

    अंडर-19 चैंपियन बना भारत 

    घरेलू क्रिकेट में पृथ्वी काफी शानदार प्रदर्शन किया है। इसी प्रदर्शन को देखकर उन्हें पृथ्वी शॉ को अंडर-19 टीम में जगह मिली और उन्होंने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को अंडर-19 वर्ल्ड कप (Under-19 World Cup) का चैंपियन बनाया। भारत ने साल 2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर 8 विकेट से खिताब जीता था।

    आईपीएल में शानदार प्रदर्शन 

    अंडर-19 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के बाद पृथ्वी शॉ ने आईपीएल (IPL) में भी एंट्री मारी। उन्हें साल 2018 की नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने 1।2 करोड़ रुपये में खरीदा था। आईपीएल में भी पृथ्वी ने कई कमाल किए हैं। उनका आईपीएल में भी काफी अच्छा प्रदर्शन रहा है। पृथ्वी ने अपने पहले ही आईपीएल में संजू सैमसन के सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने के रिकॉर्ड की बराबरी की।