
नयी दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर अपनी तूफानी गेंदबाजी के लिए जाने जाते है। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब अख़्तर (Shoaib Akhtar) ने कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication Skills) को लेकर अपनी ही टीम के खिलाड़ियों की जमकर क्लास लगाई है। उन्होंने पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) को उनके कम्युनिकेशन स्किल्स को लेकर जमकर लताड़ा है।
शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने कहा कि, ‘पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम के पास कम्युनिकेशन स्किल्स नहीं हैं। इस वजह से वह बड़े ब्रैंड नहीं हैं। वह प्रेजेंटेशन के दौरान इंग्लिश में बात नहीं कर सकते। क्रिकेट खेलना एक अलग चीज है और मीडिया को संभालना करना दूसरी चीज। लेकिन, अगर बाबर सही तरीके से बोल नहीं सकता है तो वह खुद को एक्सप्रेस नहीं कर पाएगा।’
Former Pakistan speedster Shoaib Akhtar says Babar Azam cannot speak and hence he is not the biggest brand in Pakistan. Modern-day cricketers in Pakistan cannot speak on media, TV or in post-match presentations.
Do you agree with this statement? pic.twitter.com/xMrNwYQe1X
— Farid Khan (@_FaridKhan) February 21, 2023
पाकिस्तान के एक लोकल चैनल के साथ बात करते हुए रावलपिंडी एक्सप्रेस ने अपनी ही टीम के कुछ खिलाड़ियों के कम्युनिकेशन स्किल पर सवाल उठाते हुए कहा, ”अभी आप देख ले, कोई कैरेक्टर नहीं है टीम में। न कोई बात करने का तरीका। ऐसे में पोस्ट मैच प्रेजेंशन के दौरान काफी अजीब लगता है। कितना मुश्किल है इंग्लिश सीखना और बात करना। क्रिकेट खेलना एक अलग काम है और मीडिया को हैंडल करना दूसरा। अगर आप बोल नहीं सकते तो माफ कीजिए आप खुद को टीवी पर व्यक्त नहीं कर सकते।”
पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा, “मैं सभी के सामने कहता हूं कि बाबर आजम को पाकिस्तान क्रिकेट का सबसे बड़ा ब्रैंड होना चाहिए। लेकिन वो अब तक पाकिस्तान के सबसे बड़े ब्रैंड क्यों नहीं बन पाए हैं। क्योंकि उन्हें इंग्लिश नहीं आती। वसीम अकरम और शाहीद अफरीदी को इसलिए उन लोगों से ज्यादा पहचान मिल रही है क्योंकि उनके पास विज्ञापन के ब्रैंड्स हैं और ये सबकुछ उनकी कम्युनिकेशन स्किल के चलते हुआ है।”
मालूम हो कि, साल 2020 में बाबर आजम (Babar Azam) को कम्युनिकेशन स्किल के चलते शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी।एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा था, ”मैं एक क्रिकेटर हूं, मेरा काम क्रिकेट खेलना है। मैं गोरा नहीं हूं जिसे अंग्रेजी आती है। लेकिन मैं इसपर काम कर रहा हूं। आप समय के साथ सबकुछ सीखते हैं। आपको अचानक से सबकुछ नहीं आएगा।”