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    • मैदान में फैंस के घुसने से लेकर Non-striker से जुड़े नियम और कई अन्य बदलाव

    -विनय कुमार

    कल 2 अक्टूबर को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच (IND vs SA T20I Series, 2022 2nd Match Guwahati) 3 मैचों की T20I सीरीज का दूसरा मैच गुवाहाटी में खेला जाएगा। इस सीरीज का पहला मैच जीतकर टीम इंडिया 1-0 से आगे हैं। ICC के नए नियम 1 अक्टूबर से लागू हो चुके हैं। ऐसे में नए नियमों के साथ खेला जाने वाला यह पहला मुकाबला होगा। 

    गौरतलब है कि IND vs SA T20I Series, 2022 का पहला मैच 28 सितंबर को पुराने नियमों के तहत खेला गया था। आइए एक नज़र डालते हैं नए नियम क्या हैं :  

    नए संशोधित नियम

    जारी मैच के दौरान अगर कोई दर्शक या जानवर घुस आए

    कई बार कोई दर्शक या जानवर मैच के दौरान घुस आए तो गेंदबाज़ी की उस गेंद को डेड बॉल माना जाएगा। मांकड़िंग कर खिलाड़ी को आउट करना 1 अक्टूबर से पहले तक ‘स्पिरिट ऑफ़ क्रिकेट’ कहा जाता था, लेकिन अब ऐसे मामलों को ‘रन आउट’ माना जाएगा। यदि बोलर के बॉल डालने से ठीक पहले नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद खिलाड़ी अपनी क्रीज से बाहर निकले है और बोलिंग कर रहा गेंदबाज स्टम्प्स के बेल्स गेंद की मदद से गिरा दे, तो अब नॉन स्ट्राइकर ‘रन आउट’ होगा।

    फील्डिंग टीम द्वारा गलत व्यवहार किए जाने पर

    अगर कोई गेंदबाज अपनी गेंदबाजी के दौरान, यानी रनअप के दरम्यान, कुछ अनुचित व्यवहार करता है, या जान-बूझकर कुछ गलत हरकत करता है, तो ऐसे मामलों में मैच के अंपायर एक्शन ले सकते हैं। दण्ड के तौर पर बल्लेबाजी करने वाली टीम के खाते में 5 रन जोड़ा जा सकता है। इसके अलावा, ऐसी गेंद को अंपायर dead ball भी करार दे सकते हैं।

    कैच आउट को लेकर नियम

    जब कोई बैटर कैच आउट होगा, तो नया बैटर स्ट्राइकर एंड पर ही आरंभ करेगा। आउट होने वाले बल्लेबाज का क्रीज बदलने, या नहीं बदलने से अब कोई मतलब नहीं रहेगा। अब तक ऐसा होता था कि अगर शोर खेलने वाला  बल्लेबाज कैच आउट होने से पहले स्ट्राइक चेंज करता है, तो नया बल्लेबाज नॉन स्ट्राइक पर आता था।

    नए बल्लेबाज़ के लिए स्ट्राइक लेने का वक्त

    किसी बल्लेबाज़ के आउट होने के बाद जब नया बल्लेबाज़ स्ट्राइक पर आता है, तो उसे अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच और वनडे इंटरनेशनल मैचों में 2 मिनट के भीतर स्ट्राइक पर आना पड़ेगा। जबकि, T20 इंटरनेशनल में यह समय 90 सेकंड का होगा।

    इस नियम में काफी चर्चा के बाद ऐसा बदलाव किया गया है। पहले के नियम के मुताबिक, नए बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर स्ट्राइक पर आना होता था। अब नए नियम के मुताबिक अगर, बल्लेबाज़ निर्धारित समय सीमा के अंदर नहीं आता है, तो फील्डिंग टीम का कप्तान टाउम आउट की अपील कर सकता है।

    स्ट्राइकर बल्लेबाज़ के गेंद खेलने का अधिकार

    बल्लेबाज़ को गेंद खेलते समय बल्ले या बल्लेबाज़ को पिच के अंदर ही होना चाहिए। अगर, बल्लेबाज़ पिच से बाहर आकर खेलने को मजबूर होता है, तो ऐसे समय में अंपायर कॉल होगा कि वह उस गेंद को वह dead ball  करार दे। अगर गेंदबाज की तरफ से की गई कोई गेंद बल्लेबाज़ को पिच से बाहर आने पर मजबूर करती है, तो अंपायर इसे No Ball करार दे सकता है।

    इन-मैच पेनल्टी (In-Match Penalty)

    इसी साल के जनवरी महीने में T20I में लागू किया गया ‘इन-मैच पेनल्टी सिस्टम’ (In-match Penalty System) अब ODI में भी 2023 में होने वाले ICC ODI World Cup Super League के समाप्त होने के बाद लागू हो जाएगा।

    नॉन-स्ट्राइकर के Run Out 

    अगर कोई नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज़ बोलिंग कर रहे बोलर  के गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है, और अगर वह उस नॉन स्ट्राइकर एंड वाले बल्लेबाज को रनआउट करता है, तो इसे अब run out माना जाएगा।

    डिलीवरी से पहले स्ट्राइकर बल्लेबाज़ की तरफ गेंद फेंकने पर 

    अगर कोई बोलर बोलिंग के लिए  रनअप लेता है, और डिलीवरी स्ट्राइड में आने से पहले देखता है, कि गेंद का सामना करने वाला बल्लेबाज क्रीज से ज्यादा आगे आ गया है, और इस स्थिति में अगर वह गेंदबाज बल्लेबाज़ को आउट करने के इरादे से स्ट्राइक का सामना कर रहे बल्लेबाज़ की तरफ़ गेंद फेंकता है, तो इसे डेड बॉल माना जाएगा।