तिलकरत्ने दिलशान: वो क्रिकेटर जिसका पल्लू शॉट बना उसकी पहचान, 16 साल की उम्र में इस्लाम छोड़ अपनाया था बौद्ध धर्म

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    नई दिल्ली: श्रीलंका का शानदार प्लेयर तिलकरत्ने दिलशान (Tillakaratne Dilshan Birthday) का आज यानी 14 अक्टूबर को जन्मदिन है। वह श्रीलंका (Sri Lanka) के एक ऐसे प्लेयर थे जो विकेटकीपर के सिर के ऊपर से सीधा 4 रन के लिए खेलते थे। उनका यह शॉट शायद ही कोई भूल पाएगा। उनका यह शॉट पल्लू वाला शॉट (Pallu shot) के नाम से भी काफी मशहूर है। उनका यह अंदाज़ उनके टीम के लिए काफी फायदेमंद भी साबित होता था। दिलशान को मिस्टर दिल-स्कूप के नाम से भी जाना जाता है। 

    स्पेशल शॉट बना पहचान    

    किसी भी महान क्रिकेटर की क्रिकेट खेलने की शुरुआत गली से ही होती है। बचपन में हर एक बच्चा बैट लेकर गली में ही खेलने को निकलता है। तिलकरत्ने दिलशान की भी शुरुआत यहीं से हुई। उन्होंने भी कई मैच अपने गली में ही खेले हैं। यही से उन्होंने अपना पल्लू शॉट मरना सीखा। दिलशान जब गली में क्रिकेट खेलते थे तब पल्लू वाले शॉट खेल के वह रन निकाल लेते थे। एक इंटरव्यू में दिलशान ने बताया, “मैं हमेशा से कुछ अलग और स्पेशल करना चाहता था। क्योंकि, रिटायरमेंट के बाद लोग खिलाड़ियों को लोग भूल जाते हैं। लेकिन, मेरा स्पेशल शॉट मेरी पहचान रहेगा।”

    हर फॉर्मेट में शतक 

    श्रीलंका में ऐसे बहुत से महान खिलाड़ी हैं, जिनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज है। लेकिन, एक रिकॉर्ड सिर्फ दिलशान के नाम है। श्रीलंका से दिलशान अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने हर फ़ॉर्मेट में सेंचुरी बनाई है। टेस्ट में 16, वनडे में 22 और टी20 में 1। यही नहीं, श्रीलंका में टी20 में सबसे ज्यादा रन यानी 103 नॉट आउट बनाने और सबसे ज्यादा कैच पकड़ने का रिकॉर्ड भी इन्हीं के नाम दर्ज है।

    इस्लाम छोड़ बौद्ध धर्म अपनाया 

    तिलकरत्ने दिलशान का नाम पहले तुवान मुहम्मद दिलशान था। दरअसल, दिलशान के पापा मुसलमान थे और उनकी मम्मी बौद्ध। ऐसे में दिलशान पहले अपने पापा का धर्म मानते थे। हालांकि, उनके भाई-बहन बचपन से ही अपनी मां का धर्म अपनाए हुए थे। लेकिन जब उनके माता-पिता का तलाक हुआ तो वह उस समय 16 साल के थे। मां-पिता के तलाक के बाद दिलशान ने भी ऑफिशियली बौद्ध धर्म अपना लिया था। जिसके बाद उनका नाम तिलकरत्ने दिलशान रखा गया था।