Travis Head
AP/PTI Photo

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लंदन. भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के पहले दिन ट्रेविस हेड ने शतक जड़कर इतिहास रच दिया है। ट्रेविस हेड ने अपनी टीम को संकट से निकाला है। हेड का यह छठा टेस्ट शतक है। ऑस्ट्रेलिया के 76 रन पर ही तीन विकेट गिर चुके थे और भारतीय टीम का मैच में पलड़ा भारी था। हेड ने अपने चिर परिचित अंदाज में खेलते हुए भारतीय तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामकता बरती। आस्ट्रेलियाई टीम लंच के बाद मार्नस लाबुशेन (62 गेंद में 26 रन) के आउट होने से दबाव में आ गयी थी।

मोहम्मद शमी हालांकि सुबह के सत्र में अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी नहीं कर सके थे लेकिन उन्होंने लंच के बाद पहली खूबसूरत गेंद पर लाबुशेन के ऑफ स्टंप उखाड़ दिये। फिर हेड क्रीज पर स्मिथ का साथ निभाने पहुंचे और उन्होंने शमी और मोहम्मद सिराज के खिलाफ चौके जड़कर दबाव भारत पर कर दिया। 

रविंद्र जडेजा को 39वें ओवर में गेंदबाजी के लिये लगाया गया जिन्होंने अपने सात ओवर में ज्यादा रन नहीं दिये। उमेश यादव को सत्र के अंत में गेंदबाजी के लिये वापस लाया गया लेकिन वह कोई सफलता नहीं दिला सके। आस्ट्रेलिया ने दूसरे सत्र में 28 ओवर में 97 रन जुटाये। इससे पहले सिराज ने शुरुआती स्पैल में विकेट झटक लिया और ठाकुर ने क्रीज पर जमे डेविड वॉर्नर को आउट किया जिससे आस्ट्रेलिया लंच तक 73 रन पर दो विकेट गंवा दिये। ‘द ओवल’ पर पहले घंटे चुनौतीपूर्ण हालात से निपटने के बाद वॉर्नर (60 गेंद में 43 रन) और लाबुशेन पहले सत्र को खत्म करते हुए दिख रहे थे।

लेकिन ठाकुर ने बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज को पसली तक निशाना बनाती अपनी शार्ट गेंद से आउट कर दिया। विकेटकीपर केएस भरत ने लेग साइड पर अच्छा कैच लपका। भारत ने उम्मीद के अनुरूप घसियाली पिच और बादलों भरे मौसम में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। भारत ने अंतिम एकादश में रविचंद्रन अश्विन को शामिल नहीं करने का फैसला किया जिसमें चार तेज गेंदबाज शमी, सिराज, उमेश यादव और ठाकुर के आक्रमण को उतारा।

सिराज और शमी ने पहले घंटे आस्ट्रेलिया पर लगाम कसे रखी जिन्होंने छह छह ओवर में मिलकर केवल 29 रन दिये। सिराज को शमी की तुलना में पिच से ज्यादा मदद मिली। उस्मान ख्वाजा (10 गेंद में शून्य) का इंग्लैंड में रिकॉर्ड सामान्य है, उन्होंने दौरे की निराशाजनक शुरुआत की और सिराज की स्टंप के बाहर जाती गेंद पर बल्ला छुआकर स्टंप के पीछे कैच देकर पवेलियन लौट गये। आगामी एशेज के लिए अंतिम एकादश में अपना स्थान पक्का करने की कोशिश में जुटे वॉर्नर ने खराब गेंदों का फायदा उठाया।

वॉर्नर ने 15वें ओवर में उमेश यादव पर चार चौके जड़े। लाबुशेन को शुरुआत में काफी मुश्किल हुई और सिराज की तेज गेंद उनके बायें अंगूठे में लग गयी। फिर वह सत्र के अंत में ठाकुर की गेंदबाजी में पगबाधा के दो करीबी डीआरएस फैसलों में बचे। आस्ट्रेलियाई टीम सत्र में और विकेट नहीं गंवाना चाहती थी लेकिन वॉर्नर ठाकुर की बाहर की ओर कोण लेती गेंद को पुल करने की कोशिश में विकेटकीपर को कैच दे बैठे। भरत ने डाइव करते हुए यह कैच लपका। (एजेंसी इनपुट के साथ)