इस घटना की विकास ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर में शिकायत दर्ज की है।
नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के क्रिकेटर विराट कोहली (Virat Kohli) के साथ खेल चुके खिलाड़ी के साथ दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने मारपीट की है। इस खिलाड़ी का नाम विकास टोकस (Vikas Tokas) है। विकास आईपीएल (IPL) में विराट कोहली की टीम आरसीबी (RCB) टीम का हिस्सा रह चुके है। 26 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने विकास के साथ बुरी तरह मारपीट की थी। इस पिटाई में उनकी आंख के नीचे चोट लगी। इस घटना की विकास ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर में शिकायत दर्ज की है।
विकास साल 2016 में आरसीबी का हिस्सा रह चुके है। विकास के मुताबिक, वह 26 जनवरी को उनके गांव के नजदीक (भीकाजी कामा पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में आता है) कुछ पुलिस वालों ने उनकी कार को रोका और 2 हजार रुपये की मांग की। पुलिस ने विकास पर आरोप लगाया की उन्होंने मास्क नहीं पहना हुआ था। इस बात का विकास ने विरोध किया तो पुलिस वाले जबरन उनकी कार में बैठ गए और उन्हें गालियां देने लगे। इसी दौरान एक पुलिस वाले ने उन्हें जोरदार मुक्का मारा।
Delhi | On Jan 26, some police personnel stopped my car &asked for Rs 2000 alleging that I wasn’t wearing a mask.When I countered them they sat inside my car, abused me. One of them was Puran Meena who punched me. They took me to PS alleging that I was fleeing with a rifle: Vikas pic.twitter.com/RHMfuikoLf
— ANI (@ANI) January 28, 2022
विकास ने आगे बताया कि, गाली गलौज करने के बाद पुलिस वाले उन्हें स्टेशन ले गए और आरोप लगाया कि वो राइफल लेकर भाग रहे हैं। इसके बाद स्टेशन के एक पुलिस वाले ने विकास से समझौता करने के लिए कहा कि उन्होंने गलती की है। स्टेशन से निकलने के बाद विकास ने डीसीपी और सीपी को ईमेल भेजकर शिकायत की। उन्होंने डीसीपी और सीपी से मारपीट करने वाले और एक अन्य पुलिस वाले को निलंबित करने की मांग की।
वहीं, दूसरी तरफ डीसीपी साउथ वेस्ट गौरव शर्मा ने विकास द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के दिन विकास को चेकिंग के लिए रोका गया था। इसके बाद उन्होंने पुलिस वालों के साथ गलत व्यवहार करना शुरू कर दिया।
विकास ने पुलिस वालों से कहा कि, एक कॉन्स्टेबल की कैसे नेशनल स्तर के क्रिकेटर को रोकने की हिम्मत हुई। इसके बाद विकास को पुलिस स्टेशन लाया गया। पुलिस स्टेशन में विकास और उनके ससुर ने लिखित में माफीनामा दिया। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया और अब वो पुलिस पर गलत आरोप लगा रहे हैं। डीसीपी ने आगे बताया कि विकास की आंख के नीचे चोट पुलिस स्टेशन लाते समय लगी थी।