विश्व कप में ‘स्टापेज टाइम’ बढ़ाने से प्रशंसकों को और अधिक खेल देखने को मिलेगा: कोलिना

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    दोहा: फीफा के रैफरिंग प्रमुख पिएरलुईजी कोलिना ने कहा कि विश्व कप मैचों में होने वाली बाधा की भरपायी के लिये जुड़ने वाले अतिरिक्त समय से खेलने का औसत ‘एक्टिव प्लेइंग टाइम’ 59 मिनट तक पहुंच गया है। कोलिना ने बुधवार को कहा कि मैचों के 90 मिनट के नियमित समय से 100 से ज्यादा मिनट तक बढ़ाये जाने से फीफा काफी खुश है।   

    इटली के इस अधिकारी ने कहा कि गेंद अब 55 से 67 मिनट तक सक्रिय रहती है। कोलिना ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘लोग यहां मैच देखने और मनोरंजन के लिये आये हैं।” वहीं 2018 विश्व कप में जब रैफरियों के फैसलों की समीक्षा (वीएआर) का पदार्पण हुआ था, तब ‘एक्टिव प्लेंइग टाइम’ (सक्रिय खेल का समय) 52 मिनट था। हालांकि कुछ समीक्षा में दो या इससे ज्यादा मिनट का समय लग जाता था।

    फीफा ने कतर में टूर्नामेंट में रैफरियों को ‘गोल का जश्न’ मनाने के लिये अतिरिक्त समय जोड़ने के निर्देश दिये जो हैरानी भरे थे। कोलिना ने कहा, ‘‘एक गोल का जश्न मनाने के लिये काफी लंबा समय चला जाता है और प्रतिद्वंद्वी टीम के लिये खेलने का कम मौका बचता है।’ फीफा यह भी चाहता था कि रैफरी चोट के कारण विलंब के लिये कम से कम एक मिनट जोड़ें और प्रत्येक खिलाड़ी के स्थानापन्न के लिये 30 सेकेंड का इजाफा करें। (एजेंसी)