निकहत जरीन ने रचा इतिहास, लगातार दूसरी बार बनी वर्ल्ड चैंपियन

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नई दिल्ली: भारत की निकहत ज़रीन ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप 2023 में गोल्ड मेडल  जीता है। उन्होंने 50 किलोग्राम लाइट फ्लाईवेट वर्ग के यह जीत दर्ज की। उन्होंने मुक्केबाजी के फाइनल में वियतनाम की दो बार की एशियाई चैंपियन गुयेन थी टैम को हराया। निकहत ने गुयेन थी टैम को 5-0 से मात दी है। जरीन का यह दूसरा विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक है।

निकहत अपने 52 किग्रा वजन वर्ग से कम वजन वर्ग में खेलीं, वह पहले थोड़ी सुस्त दिखी क्योंकि ताम ने पहले आक्रमण किया। लेकिन कुछ सेंकेंड बाद घरेलू प्रबल दावेदार ने हमले तेज कर दिये जिसके बाद उन्होंने दायीं ओर दो ‘हुक’ और फिर सीधे मुक्का जड़ा।  ताम को जकड़ने के लिए एक पेनल्टी अंक दिया गया जिससे पहला राउंड निकहत के पक्ष में हो गया। 

ताम ने दूसरे राउंड में मजबूत वापसी की और वह तेज मुक्के जड़ने लगी जिससे निकहत नीचे सिर करके खेलने को मजबूर हो गयी जिससे उन्हें एक पेनल्टी अंक मिला। वियतनाम की मुक्केबाज ने दूसरा राउंड 3-2 से अपने नाम किया। अंतिम तीन मिनट में दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश में आक्रमण किया। निकहत के ताकतवर दायें हाथ के मुक्के से ताम गिर गयी जिससे ताम को ‘काउंट’ का सामना करना पड़ा और फिर ताम के मुक्के से भारतीय मुक्केबाज को ‘काउंट’ मिला।

मैं बहुत खुश हूं कि मैं दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनी: निकहत 

निकहत ने पिछले सा 52 किग्रा वजन वर्ग में खिताब जीता था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं कि मैं दूसरी बार विश्व चैम्पियन बनी,विशेषकर ओलंपिक वजन वर्ग में।” दोनों एशिर्या मुक्केबाजों के बीच दिन का शुरूआती मुकाबला रोमांचक रहा। निकहत ने कहा, ‘‘आज का मुकाबला मेरे लिये कठिन था, वह एशियाई चैम्पियन है और मेरा अगला लक्ष्य एशियाई खेल हैं और मैं उससे भिड़ सकती हूं इसलिये मैं कड़ी मेहनत करूंगी।”उन्होंने कहा, ‘‘मुकाबले में उसे और मुझे चेतावनी और ‘काउंट’ मिली। लेकिन मैं विजेता बनी। ” 

दो बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय 

इस तरह निकहत महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम (छह बार की विश्व चैम्पियन) के बाद दो बार यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली दूसरी भारतीय बनीं। शनिवार को नीतू गंघास (48 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) विश्व चैम्पियन बनी थीं।  मेजबान भारत स्वर्ण पदकों के मामले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी करने की ओर बढ़ रहा है। ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन देर शाम में फाइनल के लिए रिंग में उतरेंगी।  भारत ने 2006 में अपनी मेजबानी में चार स्वर्ण पदक जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था जिसमें देश के नाम आठ पदक रहे थे।