
नई दिल्ली: धर्म संसद में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में संत कालीचरण महाराज (Saint Kalicharan Maharaj) के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एएनआई के अनुसार, 26 दिसंबर को रायपुर (Raipur) में आयोजित ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में संत कालीचरण महाराज के खिलाफ छत्तिश्गढ़ में पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
दरअसल, रविवार को एक आयोजन के दौरान धर्मगुरु कालीचरण महाराज ने कथित तौर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। उनके बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद से उनके बयान को लेकर चौतरफा आलोचना की जा रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने कालीचरण महाराज की आलोचना की है।
Chhattisgarh | Case registered against Saint Kalicharan Maharaj for allegedly using derogatory words against Mahatma Gandhi at ‘Dharam Sansad’ held on December 26 in Raipur
— ANI (@ANI) December 27, 2021
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संत कालीचरण महाराज की कथित टिप्पणियों की आलोचना की है और महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए सोमवार को कहा कि, उनके विचारों को कैद नहीं किया जा सकता। वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल ने हिंदू धार्मिक नेताओं के एक वर्ग द्वारा रविवार को रायपुर में एक धार्मिक समारोह के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा किए जाने की घटना के मद्देनजर यह टिप्पणी की।
“आप मुझे बेड़ियों से जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, आप इस शरीर को ख़त्म भी कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को क़ैद नहीं कर सकते।”
– महात्मा गांधी#GandhiForever
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 27, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘आप मुझे जंजीरों में जकड़ सकते हैं, मुझे यातना दे सकते हैं, इस शरीर को नष्ट कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को कभी कैद नहीं कर सकते।”
वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ‘उनके द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में इतना बड़ा बयान दिया गया है लेकिन भाजपा नेताओं की तरफ़ से मामले में एक भी बयान नहीं आया है। भाजपा मौन है। ये धरती शांति की है। यहां पर उत्तेजक और हिंसात्मक बातें बर्दाश्त नहीं की जाती है। राष्ट्रपिता के बारे में इस प्रकार की बातें बोलना निश्चित रूप से दर्शाता है कि उनकी मानसिक स्थिति क्या है। जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। जितने भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं वह उठाए जाएंगे।
Such statements against Mahatma Gandhi are not acceptable. We condemn it. The administration will take strict action as per the law: Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel pic.twitter.com/BfhA7nKLjK
— ANI (@ANI) December 27, 2021
उल्लेखनीय है कि रायपुर के रावणभाठा मैदान में दो दिवसीय ‘धर्म संसद’ के अंतिम दिन हिंदू धार्मिक नेता कालीचरण महाराज ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ कथित ‘‘अपमानजनक” टिप्पणी की थी। उन्होंने लोगों से कहा था कि उन्हें धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए। इससे पहले, यति नरसिंहानंद गिरि ने गोडसे को सत्य और धर्म का प्रतीक बताते हुए उसकी प्रशंसा की थी।