Priyanka Gandhi in BHilai

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भिलाई. कांग्रेस (Congress) महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Varda) ने भिलाई में महिला समृद्धि सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा (BJP) नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा देश में राजनीति के मूल्य बदल गए हैं और लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है। राजनीतिक साजिश के तहत लोगों को धर्म और जाति के नाम पर गुमराह किया जा रहा है जिससे वे सवाल न पूछ सकें।

प्रियंका ने कहा, “जनता जागरूक तब भी थी और जनता जागरूक अब भी है लेकिन अब जनता के जज़्बात का इस्तेमाल हो रहा है। धर्म, जाति की बातें होती हैं और इसमें इनका राजनीतिक इस्तेमाल होता है और जब यह होता है तो आप नहीं पूछेंगे कि तुमने मेरी सड़क क्यों नहीं बनाई?”

प्रधानमंत्री मोदी धान खरीदी का लेते हैं श्रेय

प्रियंका ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “मैंने सुना कि प्रधानमंत्री मोदी धान खरीदी का श्रेय लेते हैं। मैं पूछती हूं कि अगर मोदी सरकार ही छत्तीसगढ़ का धान खरीद रही है तो उत्तर प्रदेश के किसान धान 1200-1400 रुपए में क्यों बेच रहे हैं? वहां तो उनकी ही सरकार है। आवारा पशु से लोग परेशान हैं। अपनी खेती की रखवाली के लिए लोगों को पूरी रात खेत में बैठना पड़ रहा है। हमने यह समस्या छत्तीसगढ़ में हल की है।”

बेरोजगारी, महंगाई क्यों है?

प्रियंका ने बेरोजगारी और महंगाई को लेकर कहा, “केंद्र सरकार ने G20 का आयोजन किया, यह अच्छा है। क्योंकि ऐसे आयोजन से देश का गौरव बढ़ता है। देश में यशोभूमि पर 27000 करोड़ रुपये खर्च किए गए, नए संसद भवन पर 20,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए और उन्होंने (पीएम) आठ-आठ हजार करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे। लेकिन वे आपको जवाब नहीं दे सकते कि बेरोजगारी, महंगाई क्यों है? या किसानों को उनकी फसलों के लिए आवश्यक राशि क्यों नहीं मिल रही है?

गरीबों का अधिकार छीनकर अमीर दोस्तों को दे रही मोदी सरकार

छत्तीसगढ़ सरकार राजनीति के पुराने तरीके पर चल रही है, लोगों के लिए काम कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार गरीबों का अधिकार छीनकर अपने अमीर दोस्तों को दे रही है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री यह भी जवाब नहीं देते कि देश में किसान प्रति दिन 27 रुपये क्यों कमा रहे हैं और उनके उद्योगपति मित्र प्रति दिन 1,600 करोड़ रुपये कमा रहे हैं।

प्रियंका ने साझा किया बचपन का अनुभव

अपने बचपन के अनुभव को साझा करते हुए प्रियंका ने कहा, “मैं बचपन में अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र अमेठी की यात्रा पर थी। जीप मेरे पिता चला रहे थे। हम एक गांव में रुके और मेरे पिता गाड़ी से उतरकर सड़क पर कुछ लोगों से बात करने लगे। इसी बीच एक महिला वहां आई और सड़क की शिकायत करते हुए मेरे पिता पर चिल्लाने लगी। मेरे पिता ने उसे उत्तर दिया। जब मैंने अपने पिता से पूछा कि क्या उन्हें (उस महिला के रवैये से) बुरा लगा, तो उन्होंने कहा, नहीं। उन्होंने कहा कि जवाब देना उनका कर्तव्य है और जवाब मांगना उस महिला का कर्तव्य है।”

महिलाओं के पास खाली गैस सिलेंडर, नौकरी नहीं

उन्होंने कहा, “अब 40 साल हो गए हैं। मैंने उत्तर प्रदेश की एक महिला से पूछा कि क्या उसके पास गैस सिलेंडर है, उसने कहा हां, लेकिन वह खाली था। उसने कहा कि कोई नौकरी नहीं है, और वह चूड़ियां बेचकर आजीविका कमाती है। उन्होंने पानी और बिजली की भी शिकायत की। जब मैंने पूछा कि क्या वह मौजूदा विधायक को वोट देंगी, तो उन्होंने हां कहा और जाति और धर्म के बारे में बात करने लगीं।” (एजेंसी इनपुट के साथ)