
नयी दिल्ली. हैदराबाद के सांसद एवं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को पुलिस ने जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) जाने से कथित तौर पर रोक दिया, जहां बुधवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने कई अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। उच्चतम न्यायालय ने हालांकि कुछ घंटों के भीतर ही इस कार्रवाई पर रोक लगा दी। ओवैसी हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने की कोशिश कर रहे थे। जहांगीरपुरी में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने इलाके में उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा शुरू किए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “आप कह रही है कि वे रोहिंग्या और बांग्लादेशी हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं।” उन्होंने नगर निगम के इस अभियान को “बिना विधिक प्राधिकार के कानून लागू करने” का उदाहरण करार दिया और इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की आलोचना की।
If the police themselves don't give permission, how did the Yatra take place? How did people have weapons? Had they (police) stopped them & seized weapons, we didn't have to see this day: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/O3WVNeZIBm
— ANI (@ANI) April 20, 2022
ओवैसी ने कहा, “भाजपा के एक नेता ने जहांगीरपुरी में बुलडोजर का इस्तेमाल करने के लिए पत्र लिखा और मेयर ने कहा कि वे अपराधी हैं और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए।”
एआईएमआईएम प्रमुख ने यह भी जानना चाहा कि पुलिस की अनुमति के बिना हनुमान जयंती पर जहांगीरपुरी में शोभायात्रा कैसे निकाली जा सकती है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत जहांगीरपुरी में बुधवार को बुलडोजर ने कई ढांचों को तोड़ दिया। लेकिन, उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद कुछ ही घंटों के भीतर इस अभियान को रोक दिया गया। हालांकि, न्यायालय द्वारा अधिकारियों को इसे रोकने का निर्देश दिए जाने के बाद भी अतिक्रमण विरोधी अभियान कुछ समय तक जारी रहा। (एजेंसी)