UP elections: Arvind Kejriwal's AAP promises free electricity to people, Video
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    नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ( Manish Sisodia ) ने शुक्रवार को चल रहे ‘रेवडी/मुफ्त’ विवाद को लेकर भाजपा (BJP) पर जमकर हमला बोला है। डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि, ‘भाजपा रेवड़ी कहकर कल्याणकारी योजनाओं का मजाक बनाने में लगी है, लेकिन वे एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं करेंगे।’ 

    उन्होंने कहा, “वे (भाजपा) कल्याणकारी योजनाओं का यह कहकर मज़ाक उड़ा रहे हैं, एक ‘रेवड़ी’ है और एक ‘दोस्तवाड़ी’ मॉडल है, वे एक भी किसान का ऋण नहीं माफ करेंगे। इस मॉडल के तहत वे विश्वास नहीं करते हैं छात्रों को मुफ्त सरकारी शिक्षा दे रहे हैं।” डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने कहा कि, एक तरफ जनता के टैक्स के पैसे को दोस्तों के लाखों करोड़ों के लोन और टैक्स माफ करने पर खर्च किया जा रहा है और दूसरी तरफ जनता के टैक्स के पैसे को करोड़ों लोगों के वेलफेयर पर खर्च किया जा रहा है। 

    सिसोदिया ने यह भी कहा कहा, “वे (भाजपा) स्कूलों और अस्पतालों को इस हद तक बर्बाद करने में विश्वास करते हैं कि लोग निजी स्कूलों और अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर हैं, जो ज्यादातर उनके दोस्तों के हैं। एक बार जब गरीब लोग शुल्क का भुगतान करने में विफल हो जाते हैं, तो इन निजी संस्थानों के द्वार उनके लिए बंद कर दिए जाते हैं।” 

    केजरीवाल ने भी कसा था तंज 

    इससे पहले, बीते सोमवार को दिल्ली के सीएम और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी राजनीतिक दलों द्वारा दी जाने वाली मुफ्त सेवाओं के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘रेवडी संस्कृति’ वाली टिप्पणी पर तंज कसा था। केजरीवाल ने कहा कि, एक ऑनलाइन ब्रीफिंग के दौरान मुफ्त सरकारी कल्याण सेवाओं को ‘मुफ्त’ करार देकर उनके खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है।”

    कुछ लोग हैं जो मुफ्त शिक्षा, सरकारी सुविधाओं से मुफ्त इलाज के प्रावधान को ‘रेवाड़ी’ या ‘मुफ्त’ कहते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज के प्रावधानों के खिलाफ देश में माहौल बनाया जा रहा है। 

    उन्होंने आगे कहा, “हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और हमें ऐसी सुविधाओं को मजबूत करने की योजना बनानी चाहिए लेकिन हम उनके खिलाफ माहौल बना रहे हैं।” अरविंद केजरीवाल यह भी कहा था कि ‘इन लोगों ने अपने दोस्तों के 10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। ऐसे लोगों को देशद्रोही करार दिया जाना चाहिए और उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए।’