Ganesh Chaturthi celebrations are not allowed in public places during Ganeshotsav in Delhi, DDMA issues guidelines
File

    Loading

    नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) में गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) से पहले आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Management Authority) (DDMA) ने इस साल सार्वजनिक स्थलों पर गणेशोत्सव नहीं मानने को कहा है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपने एक ऑर्डर में कहा है कि, कोरोना वायरस (Corona Virus) के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर गणेश चतुर्थी समारोह की अनुमति नहीं दी जाएगी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों से अपील करते हुए घर पर त्योहार मनाने की सलाह दी है। 

    डीडीएमए की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट और पुलिए उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि भगवान गणेश की प्रतिमाएं टेंट और पंडाल में नहीं स्थापित की जाएं। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी धार्मिक अथवा सार्वजनिक स्थल पर लोगों की भीड़ नहीं जमा हो।

    बयान में कहा गया कि किसी तरह का जुलूस निकालने की भी मंजूरी नहीं दी जाएगी। डीडीएमए ने लोगों से यह पर्व घरों में मनाने को कहा है। इस बयान में कहा गया कि इसी माह गणेश चतुर्थी है और कोविड-19 के हालात तथा लोगों के इकट्ठा होने पर लगी पाबंदियों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि पर्व से जुड़ा कोई भी आयोजन सार्वजनिक तौर पर करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

    वहीं, इस महीने शुरू होने वाले महाराष्ट्र के सबसे बड़े त्योहारों में से एक, गणेशोत्सव को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने भी लोगों से इस साल सादगी से फेस्टिवल मानाने की अपील की है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को जनता से कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की।

    राजेश टोपे ने कहा, केरल में ओणम पर्व के दौरान उमड़ी भीड़ के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। महाराष्ट्र में पुणे समेत 4 से 5 जिले ऐसे हैं जहां कोविड मरीजों की संख्या ज्यादा है।

    कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे ज़्यादा प्रभावित रहे महाराष्ट्र और दिल्ली में पिछले दिनों हालात सुधरने के बाद अनलॉक किया गया है। महाराष्ट्र के कुछ ज़िलों में पिछले दिनों से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी की गई है। इसके बाद से कोविड की तीसरी लहर की आशंका बढ़ गई है।