File Photo
File Photo

    Loading

    नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने यहां जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों पर सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया है। उधर भाजपा और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर हिंसा के ‘मुख्य साजिशकर्ता’ से तार जुड़े होने का आरोप लगाया है। जहांगीरपुरी में शनिवार को शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी जिसमें आठ पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गया था। 

    पुलिस के अनुसार, झड़पों के दौरान पथराव और आगजनी हुई और कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने कहा कि कड़े कानून के तहत जिनपर मामला दर्ज किया गया है उनमें हिंसा का कथित ‘‘मुख्य साजिशकर्ता” अंसार और सोनू शामिल हैं, जिसे शनिवार को हिंसा के दौरान एक वीडियो में गोलीबारी करते हुए देखा गया था। उन्होंने बताया कि इनके अलावा सलीम, दिलशाद और अहिर के खिलाफ भी एनएसए लगाया गया है। पुलिस ने मंगलवार को कहा कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले के एक आरोपी को पिस्तौल उपलब्ध कराने के आरोप में गुल्ली नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। 

    उन्होंने बताया कि गुल्ली के अलावा दिलशाद को भी गिरफ्तार किया गया और ये दोनों जहांगीरपुरी के निवासी हैं। पुलिस के मुताबिक, हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई झड़पों के सिलसिले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि दो नाबालिगों को पकड़ा गया है। इस बीच पुलिस ने कहा कि जहांगीरपुरी में हालात सामान्य हो रहे हैं और हिंसा प्रभावित क्षेत्र में भारी सुरक्षा बल तैनात है। 

    पुलिस ने बताया कि गलियों में कुछ दुकानें खुली हैं जिनमें से ज्यादातर किराने की दुकानें हैं और लोगों की आवाजाही भी सामान्य हो रही है। इलाके में 24 घंटे 500 से ज्यादा पुलिस कर्मियों और अतिरिक्त बलों की छह कंपनियों को तैनात रखा गया है। पुलिस ने बताया कि आंसू गैस से लैस और पानी की बौछार करने वाले कुल 80 दलों को तैनात रखा गया है। संवेदनशील इलाकों में छतों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या किसी आरोपी के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंध है, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच अभी शुरुआती चरण में है और सभी कोण से जांच जारी है। 

    जहांगीरपुरी में झड़पों के एक ‘‘मास्टरमाइंड” के राजनीतिक जुड़ाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच खींचतान मंगलवार को और तेज हो गई। दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोपी को भाजपा का नेता बताया है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि 16 अप्रैल को हुई झड़पों के ‘‘मास्टरमाइंड” में से एक मोहम्मद अंसार ‘‘भाजपा का सक्रिय नेता” था। 

    पार्टी ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें अंसार भगवा टोपी पहने और भाजपा का दुपट्टा पहने नजर आ रहा है तथा भाजपा के अन्य नेताओं के साथ किसी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग लेते दिख रहा है। हालांकि भाजपा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि आप नेता जहांगीरपुरी हिंसा में अपने कार्यकर्ताओं की भूमिका से ध्यान हटाने के लिए झूठ बोल रहे हैं। दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मुख्य आरोपी अंसार एक अन्य नेता के साथ जनवरी 2020 में भाजपा छोड़ चुका था और उसने विधानसभा चुनाव से पहले आप की सदस्यता ले ली थी। 

    आप नेता 16 अप्रैल की घटना में अंसार के शामिल होने से उनका हिंदू विरोधी चेहरा जाहिर होने के बाद से इस तथ्य को छिपा रहे हैं।” इस बीच जमीयत उलेमा-ए-हिंद (महमूद मदनी समूह) के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने भड़काऊ नारे लगाने और हथियारों का प्रदर्शन करने वालों की गिरफ्तार की मंगलवार को मांग की। मौलाना मदनी ने जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को कानून-व्यवस्था की विफलता करार दिया और पूरी घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “जांच एजेंसियां को ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए और पूरे मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास करना चाहिए।”(एजेंसी)